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    Mahant Narendra Giri की थाने में बंदूक व रायफल जमा है, महंत बलवीर लाइसेंस अपने नाम कराएंगे

    By Brijesh SrivastavaEdited By:
    Updated: Sun, 18 Sep 2022 10:19 AM (IST)

    मठ की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि नरेंद्र गिरि के कक्ष में वसीयतनामा भी मिला है जिसमें बलवीर गिरि को अपना उत्तराधिकारी बताया गया है। इसी वसीयतनामे के आधार पर महंत बलवीर गिरि को बंदूक रायफल का लाइसेंस अपने नाम ट्रांसफर करवाने में मदद मिलेगी।

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    श्रीमठ बाघंबरी गद्दी पीठाधीश्‍वर महंत बलवीर गिरि महंत नरेंद्र गिरि की बंदूक और राइफल का लाइसेंस अपने नाम कराएंगे।

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की पिछले वर्ष संदिग्‍ध मौत हुई थी। श्रीमठ बाघम्‍बरी गद्दी के अतिथिक कक्ष में फंदे से लटकता उनका शव मिला था। महंत नरेंद्र गिरि के नाम के असलहे प्रयागराज के जार्जटाउन थाने में जमा कर दिए गए हैं। अब श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी के पीठाधीश्वर महंत बलवीर गिरि दाेनों असलहों का लाइसेंस अपने नाम करवाएंगे। इसके बाद थाने से बंदूक व रायफल को रिलीज करवाया जाएगा।

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    मठ की ओर से बताया गया कि असलहों की कापी मिली है : श्रीमठ बाघम्‍बरी गद्दी की ओर से पुलिस को यह भी बताया गया है कि दोनों असलहों (बंदूक व रायफल) के लाइसेंस की कापी मिल गई है। वह महंत के कमरे में रखे कागजातों के बीच रखी थी। इससे असलहा और उसके लाइसेंस को लेकर स्थिति साफ हो गई है।

    नरेंद्र गिरि के कक्ष में वसीयतनामा मिलने की जानकारी दी गई : श्रीमठ की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि नरेंद्र गिरि के कक्ष में वसीयतनामा भी मिला है, जिसमें बलवीर गिरि को अपना उत्तराधिकारी बताया गया है। इसी वसीयतनामे के आधार पर महंत बलवीर गिरि को बंदूक, रायफल का लाइसेंस अपने नाम ट्रांसफर करवाने में मदद मिलेगी।

    क्‍या कहते हैं इंस्‍पेक्‍टर जार्जटाउन : इस संबंध में इंस्पेक्टर जार्जटाउन बृजेश सिंह का कहना है कि मठ के संत दोनों असलहा थाने लेकर आए थे, जिसकी लिखापढ़ी करके सुरक्षित रखवा दिया गया है।

    पिछले वर्ष श्रीमठ बाघम्‍बरी गद्दी के अतिथि कक्ष में महंत नरेंद्र गिरि मृत मिले थे : प्रयागराज शहर में अल्लापुर स्थित श्रीमठ बाघम्‍बरी गद्दी के अतिथि कक्ष में 20 सितंबर 2021 को महंत नरेंद्र गिरि मृत मिले थे। फंदे पर उनकी लाश लटकी हुई थी। आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में महंत के शिष्य आनंद गिरि व मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो सीबीआइ ने की और फिर महंत का कमरों को सील कर दिया था।

    सीबीआइ को नकदी, जेवरात व कारतूस कक्ष में मिले थे : पिछले दिनों सीबीआइ की टीम ने मठ के कमरे का ताला खोला तो वहां से करीब तीन करोड़ नकद, करोड़ों के जेवरात, 13 कारतूस सहित अन्य सामान मिले थे। उसी कक्ष से दो असलहे भी मिले थे, जिसे थाने में जमा करवाया गया है।