Move to Jagran APP

सीबीआइ का सामना करने से कतरा रहे पीसीएस 2015 के चयनित अफसर

हालांकि दो-तीन पीसीएस अफसरों से पूछताछ हो भी चुकी है। जिनकी ओर से बहानेबाजी हुई उन पर कड़ाई से पेश आने के लिए सीबीआइ की विशेष टीम तैयार है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Sat, 30 Jun 2018 09:44 AM (IST)Updated: Sat, 30 Jun 2018 09:54 AM (IST)
सीबीआइ का सामना करने से कतरा रहे पीसीएस 2015 के चयनित अफसर
सीबीआइ का सामना करने से कतरा रहे पीसीएस 2015 के चयनित अफसर

इलाहाबाद (जेएनएन)। यूपीपीएससी से हुई भर्तियों की सीबीआइ जांच में फंस रहे पीसीएस अफसर, जांच अधिकारियों का सामना करने से कतरा रहे हैं। दिल्ली मुख्यालय से समन भेजे जाने के बाद पीसीएस 2015 परीक्षा में जाति और अपनी पहुंच का बेजा इस्तेमाल कर गलत तरीके से चयनित लोगों ने सीबीआइ के सामने हाजिर होने की बजाए नए-नए हथकंडे अपनाना शुरू कर दिया है।टॉप सूची में शामिल रहे चयनित भी सीबीआइ के दिल्ली मुख्यालय नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में अब सीबीआइ की विशेष टीमें कड़े तेवर अपनाने की तैयारी में हैैं।

loksabha election banner

सीबीआइ ने पिछले हफ्ते ही पीसीएस 2015 परीक्षा की टॉप सूची में शामिल तीन पीसीएस अफसरों समेत एक दर्जन अधिकारियों, आयोग के अधिकारियों व कर्मचारियों को समन भेजा था। इन्हें मुख्यालय बुलाया गया था। यूपीपीएससी के तो कई अधिकारी पहुंचे लेकिन, जिन पीसीएस अफसरों के गलत चयन के सभी साक्ष्य सीबीआइ के पास मौजूद हैं उन्होंने समन मिलने के बाद भी बहानेबाजी की।

सूत्रों की बात मानें तो इनमें किसी ने बीमारी और किसी ने शासकीय कार्यों में ड्यूटी लगी होने का हवाला दिया। इन सभी से इसी हफ्ते पूछताछ होनी थी। हालांकि दो-तीन पीसीएस अफसरों से पूछताछ हो भी चुकी है। जिनकी ओर से बहानेबाजी हुई उन पर कड़ाई से पेश आने के लिए सीबीआइ की विशेष टीम तैयार है। कुछ संदिग्ध चयनित राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्रियों का भी सहारा लेने की जुगत में हैं।

गौरतलब है कि पीसीएस 2015 परीक्षा में करीब एक सौ चयनितों की सीबीआइ अधिकारी जांच कर रहे हैं। इनकी कापियों में स्केलिंग, मॉडरेशन में गड़बड़ी पाई गई है। सीबीआइ यह पुष्ट करने की कोशिश में है कि एक ही जाति के कई अभ्यर्थियों का चयन कैसे हुआ और कापियों में गड़बड़ी, विशेष तरह के पहचान चिह्न बनाने के पीछे आखिर क्या मकसद था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.