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    Sawan 2022: रुद्राभिषेक कैसे करें व क्‍या है सही विधि, धर्माचार्य बता रहे महात्‍म्‍य और लाभ

    By Brijesh SrivastavaEdited By:
    Updated: Tue, 19 Jul 2022 03:21 PM (IST)

    Sawan 2022 मनकामेश्वर मंदिर के प्रभारी ब्रह्मचारी श्रीधरानंद बताते हैं कि रुद्राभिषेक अर्थात रूद्र यानी शिवलिंग पर रुद्रमंत्रों से अभिषेक करना है। वेदों में वर्णित है कि शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। शिव ही रुद्र हैं। शिव समस्त दुखों को नष्ट करते हैं।

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    Sawan 2022: रुद्राभिषेक का महात्‍म्‍य यह है कि इससे भक्‍तों को मनोवांछित फल मिलता है।

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। श्रावण मास में चहुंओर शिवमय माहौल है। भगवा वस्त्रधारी कांवड़िया गंगा व संगम में स्नान करके कांवड़ में जलभर कर हर-हर बम-बम का उद्घोष करते हुए बाबा धाम की ओर पग बढ़ा रहे हैं। शिवालयों रुद्राभिषेक, जलाभिषेक दिनभर चल रहा है। सनातन धर्मावलंबी मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए घर में रुद्राभिषेक करवा रहे हैं। धर्माचार्यों का मत है कि श्रावण में रुद्राभिषेक करने से जल्द मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

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    ब्रह्मचारी श्रीधरानंद बोले- शिव और रुद्र एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं : मनकामेश्वर मंदिर के प्रभारी ब्रह्मचारी श्रीधरानंद बताते हैं कि रुद्राभिषेक अर्थात रूद्र यानी शिवलिंग पर रुद्रमंत्रों से अभिषेक करना है। वेदों में वर्णित है कि शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। शिव ही रुद्र हैं। शिव समस्त दुखों को नष्ट करते हैं।

    रुद्रभिषेक मंत्रों का वर्णन वेदों में है : ब्रह्मचारी श्रीधराचार्य ने बताया कि रुद्राभिषेक मंत्रों का वर्णन ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद में किया गया है। रुद्राष्टाध्यायी के अनुसार शिव सभी दुखों को शीघ्र समाप्त करते हैं। शिव पुराण के अनुसार जैसे कष्ट अलग-अलग होते हैं, वैसे ही रुद्राभिषेक करने के पदार्थ भिन्न हैं। जिस पदार्थ से रुद्राभिषेक करेंगे उसी के अनुरूप शीघ्र फल प्राप्त होगा।

    रुद्राभिषेक के पदार्थ व लाभ

    - जल से रुद्राभिषेक करने पर वृष्टि होती है।

    - कुशा मिश्रित जल से अभिषेक करने पर रोग, दुख से छुटकारा मिलता है।

    - दही से अभिषेक करने पर पशु, भवन व वाहन की प्राप्ति होती है।

    - गन्ने के रस से अभिषेक करने पर धन की प्राप्ति होती है।

    - शहद युक्त जल से अभिषेक करने पर धन की वृद्धि होती है।

    - इत्र मिले जल से अभिषेक करने पर बीमारी नष्ट होती है।

    - गाय के दूध से अभिषेक करने पर पुत्र प्राप्ति होती है।

    - गंगाजल से अभिषेक करने पर ज्वर ठीक होता है।

    - दूध में शर्करा मिश्रित करके अभिषेक करने पर सदबुद्धि की प्राप्ति होती है।

    - देशी घी से अभिषेक करने पर वंश विस्तार होता है।

    - सरसों के तेल से अभिषेक करने पर रोग व शत्रु का नाश होता है।

    - शहद रुद्राभिषेक करने पर पाप का क्षय होता है।

    - कर्ज मुक्ति के लिए फलों के रस से अभिषेक करना चाहिए।

    - ग्रहबाधा से मुक्ति को सरसों के तेल से अभिषेक करना चाहिए।