मालेगांव ब्लास्ट में निर्दोष साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने लगाई संगम में डुबकी
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने लंबे संघर्ष के बाद निर्दोष साबित होने के बाद आज संगम में डुबकी लगाई। प्रज्ञा ठाकुर ने करीब दस वर्ष पहले इलाहाबाद में संत की शिक्षा ली थी।
इलाहाबाद (जेएनएन)। नासिक के मालेगांव ब्लास्ट मामले में निर्दोष साबित होने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आज गंगा नदी में डुबकी लगाई। आज संगमनगरी इलाहाबाद में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपने सहयोगियों के साथ संगम पर स्नान किया। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने लंबे संघर्ष के बाद निर्दोष साबित होने के बाद आज संगम में डुबकी लगाई। प्रज्ञा ठाकुर ने करीब दस वर्ष पहले इलाहाबाद में संत की शिक्षा ली थी।
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आज स्नान से पहले उन्होंने संगम पर अपना केश दान भी किया। इसके बाद वह इलाज कराने को रवाना हो गईं। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर कैंसर से पीडि़त हैं। नासिक के मालेगांव में 2008 के ब्लास्ट के मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने अपनी इस गिरफ्तारी को कांग्रेस की साजिश बताया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने 'भगवा आतंकवाद' शब्द का प्रयोग किया था लेकिन सच तो यह है कि जो विधर्मी होते हैं वहीं भगवा को आतंकवाद समझते डरते हैं और उनको तो डरना भी चाहिए।
मालेगांव धमाका मामले में हाल ही में बॉम्बे हाईकोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को पांच लाख के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है। इसके पहले जांच एजेंसी एनआईए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को अपनी जांच में क्लीन चिट दे चुकी है बावजूद इसके ट्रायल कोर्ट साध्वी की जमानत खारिज कर चुकी है।
एनआईए का दावा है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ मुकदमा चलाने लायक सबूत नहीं है। इसकी वजह है मामले पर मकोका कानून का न बनना, जबकि ट्रायल कोर्ट ने अभी तक मकोका हटाने पर कोई फैसला नही दिया है।