प्रयागराज में टेक होम राशन प्लांट लगाने की तैयारी, पीएम मोदी ने यहां किया था शिलान्यास
टेक होम राशन प्लांट लगाने के लिए प्रयागराज के आठ ब्लाकों का चयन किया गया है। इसमें मध्य प्रदेश की सीमा से सटे इलाके शंकरगढ़ प्रतापगढ़ से सीमा बनाने वा ...और पढ़ें

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज जिले में शंकरगढ़, मऊआइमा और फूलपुर जैसे ब्लाकों में भी टेक होम राशन के प्लांट लगेंगे। इन प्लांटों को शुरू करने की तैयारी तेज कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 दिसंबर को प्रयागराज के परेड मैदान पर टेक होम राशन प्लांट के 202 प्लांटों का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया था।
टेक होम राशन प्लांट में पोषाहार आदि बनेगा
टेक होम राशन प्लांट के जरिए महिलाओं को पोषाहार मिलेगा। कुपोषित बच्चों को भी पंजीरी, दलिया आदि मिलेगी। इन सब उत्पादों को प्लांट में ही निर्मित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में कुल 22 जिलों में 202 ब्लाक पर प्लांट लगाए जाएंगे।
प्रयागराज के आठ ब्लाक में लगेगा प्लांट
टेक होम राशन प्लांट प्रयागराज में भी लगेगा। इसके लिए आठ ब्लाकों का चयन किया गया है। इसमें मध्य प्रदेश की सीमा से सटे इलाके शंकरगढ़, प्रतापगढ़ से सीमा बनाने वाले मऊआइमा में भी प्लांट लगाया जाएगा। इसके अलावा कोरांव, फूलपुर, बहरिया, भगवतपुर, मेजा व सैदाबाद ब्लाक में भी टेक होम राशन प्लांट लगाए जाएंगे।
लोकल फार वोकल की पहल
टेक होम राशन प्लांट के जरिए पीएम के लोकल फार वोकल अभियान को आगे बढ़ाया जा रहा है। सबसे खास बात कि इस प्लांट में सिर्फ महिलाएं ही काम करेंगी यानी जो कुछ भी निर्मित होगा वह महिलाओं द्वारा ही निर्मित किया जाएगा। इससे महिला रोजगार व महिला सशक्तीकरण भी होगा।
22 जिले के 202 ब्लाक में लगेगा प्लांट
टेक होम राशन प्लांट के जरिए गांव-गांव में पोषाहार पहुंचेगा। इसके जरिए महिलाओं तथा कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी व अन्य माध्यमों द्वारा पोषाहार उपलब्ध कराया जाएगा। अभी तक आंगनबाड़ी केंद्र में जो पोषाहार आता था उसकी आपूर्ति प्रदेश स्तर पर होती रही है। वहीं अब प्रत्येक तीन ब्लाक पर एक प्लांट लगेगा। इससे एक ब्लाक पर दलिया आदि का निर्माण होगा और दो अन्य ब्लाकों में आपूर्ति की जाएगी। इनका संचालन स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी। एक प्लांट में 20 महिलाएं काम करेंगी।
जानें, टेक होम राशन प्लांट की विशेषता
सरकार द्वारा पूर्णत: वित्त पोषित परियोजना के रूप में टेक होम राशन प्लांट लगाया जाएगा। इसमें अलग-अलग तरह की मशीने होंगी। इनके अलग अलग कार्य होंगे। हिस्से में अनाज को साफ करने, अनाज को सुखाने, अनाज को तोड़ने (ग्राइंडिंग भी करने), मिक्सिंग करने, पैकेजिंग करने की व्यवस्था होगी। एक दिन में एक प्लांट से 2.5 टन उत्पाद बनेगा। स्थानीय स्तर पर अनाज की खरीदा जाएगा। आपूर्ति भी स्थानीय स्तर पर ब्लाक से सटे दो अन्य ब्लाकों में की जाएगी। इससे ट्रांसपोर्टेशन का किराया घट जाएगा।

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