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    मनी लांड्रिंग केस में माफिया के बेटों पर भी कसेगा शिकंजा, अतीक की काली कमाई छुपाने में उमर और अली करते थे मदद

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Tue, 20 Jun 2023 09:25 AM (IST)

    Prayagraj News मनी लांड्रिंग केस में माफिया अतीक के बाद अब उसके बेटों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। शुरुआती छानबीन में मिले तथ्यों के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उमर और अली के खिलाफ साक्ष्य संकलित कर रहा है।

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    मनी लांड्रिंग केस में माफिया के बेटों पर भी सकेगा शिकंजा

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज : मनी लांड्रिंग केस में माफिया अतीक के बाद अब उसके बेटों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। शुरुआती छानबीन में मिले तथ्यों के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उमर और अली के खिलाफ साक्ष्य संकलित कर रहा है।

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    जांच में पता चला है कि अतीक के जेल में रहने के दौरान उसके दोनों बेटे बेनामी संपत्ति को सहेजने का काम कर रहे थे। काली कमाई को खपाने में रियल स्टेट से जुड़े कई कारोबारी भी मदद करते थे।

    उमर लखनऊ जेल में है बंद

    बिल्डरों सहित अन्य के आवास से बरामद दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक उपकरणों का विश्लेषण करने के वक्त इसका पता चला है। इसी आधार पर दोनों भाईयों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है। लखनऊ के बिल्डर मोहित की देवरिया जेल में पिटाई के मामले में उमर लखनऊ के जेल में बंद है।

    चकिया के प्रापर्टी डीलर से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध है। सूत्रों का कहना है कि प्रयागराज, लखनऊ, नोएडा और दिल्ली में अतीक के जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ईडी को विभिन्न कंपनियों व जमीन से जुड़े अभिलेख मिले हैं।

    काली कमाई को खपाते थे माफिया के बेटे

    इनका विश्लेषण और भौतिक सत्यापन के दौरान यह बात सामने आई है कि माफिया का बेटा उमर व अली अलग-अलग कंपनियों में अपने अब्बा की अवैध कमाई को खपाते थे। कई ऐसी भी फर्म हैं, जिनके नाम पर सिर्फ जमीन की खरीद-फरोख्त का काम किया जाता था, लेकिन उनके बैंक एकाउंट में ज्यादा पैसा नहीं जमा किया जाता था।

    ईडी को ऐसी ही कई जानकारी हाथ लगी है, जिसके आधार पर मनी लांड्रिंग की जांच के दायरे में उमर व अली आ रहे हैं।