Prayagraj: रंगदारी के मामले में अतीक के बेटे का साथी गिरफ्तार, अली के कहने पर किसान से मांगे थे 30 लाख
Prayagraj News रंगदारी और जानलेवा हमले के मुकदमे में माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के साथी अल्तमस को करेली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला है कि वह लंबे समय से अतीक गैंग के लिए काम कर रहा था। नैनी सेंट्रल जेल में बंद बेटे अली अहमद के कहने पर उसने 30 लाख की रंगदारी मांगी थी और किसान पर हमला किया था।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : रंगदारी और जानलेवा हमले के मुकदमे में माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के साथी अल्तमस को करेली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला है कि वह लंबे समय से अतीक गैंग के लिए काम कर रहा था।
नैनी सेंट्रल जेल में बंद बेटे अली अहमद के कहने पर उसने 30 लाख की रंगदारी मांगी थी और किसान पर हमला किया था। आरोपित पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के हटवा गांव का रहने वाला है।
जमीन पर कब्जे का आरोप
घटना सात अगस्त को हुई थी। कसारी-मसारी निवासी मो. अफजल का आरोप है कि उसकी जमीन पर कुछ लोग कब्जा कर रहे थे, जब वह खेत पर पहुंचा तो कब्जा करने वाले चले गए थे। इसके बाद वह अपने घर घर लौट रहा था। तभी चकिया निवासी असाद का भाई फैजान व अल्तमस ने रोककर जानलेवा हमला किया था। विरोध पर फायरिंग की और असलहे के बट से सिर पर वार भी किया था।
अल्तमस ने गाली देते हुए कहा जेल से अली भाई व असाद भाई ने सूचना भिजवाई है कि उन्हें जमीन दो या फिर 30 लाख रुपये। ऐसा न करने पर जान से मार दिए जाओगे। अल्तमस ने सादे स्टांप पर जबरन हस्ताक्षर भी करवा लिया था।
घटना के बाद पीड़ित की शिकायत पर करेली पुलिस ने जेल में बंद अली, असाद कालिया व अल्तमम, असाद के भाई फैजान और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसी मामले में अल्तमस को बक्शीमोढ़ा गांव के पास से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद कोर्ट में पेश करके नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि अभी फैजान और उसके साथी की तलाश चल रही है।
दूसरे मुकदमे में इमरान की तलाश
जीटीबी नगर निवासी पूर्व विधायक के भाई प्रापर्टी डीलर मो. वाशिक जाफरी ने भी अली अहमद, असाद कालिया और इमरान के खिलाफ रंगदारी व धमकी का मुकदमा दर्ज करवाया है। इस मुकदमे में करेली पुलिस इमरान की तलाश कर रही है। रविवार को उसकी गिरफ्तारी के लिए कई जगह छापेमारी की, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। वाशिक से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी।