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    Prayagraj Air Pollution: प्रयागराज में पिछली दीपावली की तुलना में इस बार वायु प्रदूषण कम, क्‍या है कारण

    By Jagran NewsEdited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Tue, 01 Nov 2022 09:00 AM (IST)

    Prayagraj Air Pollution पिछले वर्ष की तुलना में इस बार वायु प्रदूषण कम होना राहत भरी खबर जरूर है लेकिन यह प्रदूषण स्तर भी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। इससे फेफड़े दमा और हृदय रोग से पीड़ित रोगियों को सांस लेने में तकलीफ होगी। लापरवाही से परेशानी बढ़ सकती है।

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    इस बार दीपावली के बाद प्रयागराज शहर में वायु प्रदूषण कम होने में मौसम का अनुकूल होना बताया जा रहा।

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में दीपावली की खुशियों में इस बार जमकर पटाखे फूटे। खूब आतिशबाजी भी हुई। फिर भी हवा में प्रदूषण का स्तर पिछले वर्ष की तुलना में आधे से भी कम रहा। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक की रिपोर्ट तो यही कहती है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार इस बार पिछले एक दशक में दीपावली पर्व के बाद सबसे कम प्रदूषण रहा। हालांकि जितना प्रदूषण हुआ, वह भी स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक ही है।

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    प्रयागराज में एक्‍यूआइ का स्‍तर : पिछले वर्ष प्रयागराज नगर निगम क्षेत्र में दीपावली के एक सप्ताह बाद 10 नवंबर को एक्यूआइ 405 था। वहीं इस बार 30 अक्टूबर को मात्र 225 रहा। इन्हीं तिथियों पर झूंसी में 2021 में एक्यूआइ 350 और इस बार मात्र 207 रिकार्ड किया गया है। एमएनएनआइटी क्षेत्र में पिछले वर्ष 293 एक्यूआइ के सापेक्ष इस बार एक्यूआइ मात्र 174 रिकार्ड किया गया।

    लापरवाही से बढ़ सकती है परेशानी : पिछले वर्ष की तुलना में इस बार वायु प्रदूषण कम होने की यह राहत भरी खबर जरूर है लेकिन, यह प्रदूषण स्तर भी स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। इससे फेफड़े, दमा और हृदय रोग से पीड़ित रोगियों को सांस लेने में तकलीफ होगी और लापरवाही से परेशानी भी बढ़ सकती है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग प्रयागराज में दीपावली के बाद पिछले एक दशक का अब तक का सबसे कम प्रदूषण स्तर माप रहा है।

    प्रदूषण कम होने का क्‍या है कारण : प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि इस बार प्रदूषण कम होने का प्रमुख कारण मौसम है। इस बार मानसून अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक सक्रिय रहा और वातावरण में नमी बनी रही। इसके अलावा अभी न तो कोहरा पड़ रहा है और न ही ओस पड़ने का स्तर बढ़ा है। अभी दिन में गर्माहट के साथ रात में भी तेज ठंड नहीं आई है। हवा की दिशा उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी-पश्चिमी ज्यादा रही, जिससे मौसम साफ था और इससे हवा में प्रदूषण स्तर कम रहा। पिछले वर्ष सारी परिस्थितियां इसके ठीक विपरीत थी। हवा नहीं थी, कोहरा था, मौसम ठंडा हो गया था। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार दीपावली कुछ पहले मनाई गई।