फतेहगढ़ जेल में रचा गया कत्ल का ताना-बाना, सात अपराधियों को प्रयागराज पुलिस ने किया गिरफ्तार
संविदा कर्मी मंगला प्रसाद पांडेय के कत्ल की साजिश फतेहगढ़ जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर लवकुश उर्फ राजा पांडेय व विद्याकांत विश्वकर्मा ने रची थी। 16 मार्च ...और पढ़ें

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में करछना क्षेत्र के वीरपुर गांव निवासी संविदा कर्मी मंगला प्रसाद पांडेय के कत्ल की साजिश फतेहगढ़ जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर लवकुश उर्फ राजा पांडेय व विद्याकांत विश्वकर्मा ने रची थी। 16 मार्च को सनसनीखेज अंदाज में हुई वारदात के मामले में पुलिस ने राजा पांडेय के श्वसुर राजधर द्विवेदी समेत सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। साथ ही कत्ल में प्रयुक्त पेचकस को बरामद किया है।
प्रतापगढ़ के बदमाशों ने ली थी हत्या की सुपारी
मंगलवार शाम पुलिस लाइन सभागार में अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश किया गया। एसएसपी अजय कुमार और एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि मंगला प्रसाद पांडेय अपने पिता के हत्या के मुकदमे की पैरवी कर रहे थे। उस मुकदमे में राजा पांडेय, विद्याकांत समेत कई आरोपित हैं। मंगला की 30 मार्च को गवाही होनी थी। लेकिन राजा समेत अन्य अभियुक्त जेल से बाहर आना चाहते थे। इसके लिए उसने प्रतापगढ़ के अपराधी दीपक से संपर्क किया और वाट्सएप काल पर बातचीत कर हत्या की साजिश रची। दीपक को एडवांस में 95 हजार रुपये भी दिलवाए। फिर दीपक प्रतापगढ़ से अनुज तिवारी, विजय यादव, सचिन के साथ क्वालिस कार से करछना पहुंचा। बाइक सवार मंगला को पहले टक्कर मारी, इसके बाद पेचकस से 21 बार गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया। शव ले जाते वक्त कार का टायर फट गया तो आरोपित उसे छोड़कर भाग गए। स्वजनों की तहरीर पर राजा पांडेय के श्वसुर, साला, भाई समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। अधिकारियों ने बताया कि अभियुक्त वारदात को अंजाम देने के बाद उत्तराखंड भाग गए थे, लेकिन जब पैसा लेने के लिए वापस आए तो करछना पुलिस, सर्विलांस व एसओजी की टीम ने घेरकर सात को दबोच लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त और उनकी भूमिका-
- राजधर द्विवेदी, निवासी मसिका औद्योगिक क्षेत्र। राजा पांडेय का श्वसर है। इसके बेटे राहुल ने हत्या के लिए पैसे की व्यवस्था की और वह भाड़े के हत्यारों के साथ रहा।
- महेंद्र पटेल, निवासी वीरपुर करछना। इसने भाड़े के हत्यारों को अपने खेत में रुकवाया और घटना की रेकी की। खाने-पीने का इंतजाम भी इसने ही किया था।
- सचिन पटेल, निवासी बभनपुर लालगंज प्रतापगढ़। इसने साथियों के साथ मिलकर मंगला के गले को पेचकस से गोदकर हत्या की। इसने पेचकस बरामद करवाया।
- सचिन यादव, निवासी बभनपुर लालगंज प्रतापगढ़। हत्यारोपितों के साथ क्वालिस कार में था। शव को कार में लादने और हत्या करने में शामिल रहा।
- विजय यादव, निवासी अर्जुनपुर लालगंज प्रतापगढ़। अभियुक्तों के साथ हत्या में शामिल रहा और शव को कार में लादने में शरीक रहा।
- अनुज तिवारी, निवासी भगौतीपुर गदागंज रायबरेली। यह हत्या में प्रयुक्त क्वालिस कार को चला रहा था। गाड़ी बाराबंकी की है।
- राहुल वाल्मीकि, निवासी कैलाशकुंज इंदिरानगर देहरादून उत्तराखंड। सुपारी की कुछ रकम अपने खाते में मंगवाई और अभियुक्तों को कमरा उपलब्ध करवाया।
ये अभियुक्त अभी फरार
मसिका औद्योगिक क्षेत्र के रहने वाले राजा पांडेय का पिता चंद्रमा पांडेय, भाई कमलेश पांडेय, चचेरा भाई नान उर्फ प्रतीक व राहुल दुबे अभी फरार हैं। राहुल और दीपक से राजा पांडेय की जेल में मुलाकात हुई थी, जिसके बाद उसका संपर्क बना रहा। अभियुक्त महेंद्र पटेल के पिता लालाराम की हत्या हुई थी, जिस कारण वह मंगला से रंजिश रखता था।

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