वर्ल्ड रेस वाकिंग चैंपियनशिप में प्रयागराज की एथलीट रेशमा से पदक की उम्मीद, ओमान के मस्कट में रेस शुरू
ओमान के मस्कट में हो रही वर्ल्ड रेस वाकिंग चैंपियनशिप में एक खिलाड़ी प्रयागराज की रेशमा पटेल भी हैं। वे सोरांव तहसील के छोटे से गांव तिली का पूरा की ...और पढ़ें

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। फ्लाइंग सिस्टर्स के नाम से मशहूर प्रयागराज की रोजी और रेशमा लगातार नई बुलंदिया छू रही हैं। उसी क्रम में ओमान की राजधानी मस्कट में चल रही वर्ल्ड वाकिंग चैंपियनशिप में पांच मार्च यानी आज एथलीट रेशमा हिस्सा ले रही हैं। रेस शुरू हो चुकी है और शुरूआत से सी रेशमा दुनिया के सबसे बेहतरीन एथलीटों के साथ पहली पंक्ति में दौड़ (वाक रेस) रही हैं। उनसे पदक की उम्मीद हर किसी को है। रेशमा अंडर 20 महिला वर्ग में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। इस वर्ग में वह पूरे देश से इकलौती महिला खिलाड़ी हैं।
रेशमा पटेल फरवरी माह में चैंपियनशिप में क्वालीफाई किया था
फरवरी महीने में रेशमा पटेल ने वर्ल्ड वाकिंग चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। उनके चयन से प्रयागराज के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दिखी। रेशमा के परिवार के लोगों को बधाई भी दी गई। फिलहाल उन्हें अब अपने चयन को सही साबित करना है। रेशमा अच्छे फार्म से गुजर रही हैं और बीती प्रतियोगिताओं में उनका प्रदर्शन देखते हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी उनके पदक जीतने की उम्मीद है।

प्रयागराज के सोरांव की रहने वाली हैं रेशमा
रेशमा, प्रयागराज जिले के उत्तर दिशा में बसे व प्रतापगढ़ से सीमा साझा करने वाली तहसील सोरांव के छोटे से गांव तिली का पूरा की रहने वाली हैं। वर्ल्ड वाकिंग चैंपियनशिप में भारतीय टीम में कुल 11 एथलीट शामिल हैं, उनमें से रेशमा भी एक हैं। आज उनके पास पूरी दुनिया के सामने खुद को साबित करने का मौका है। रेशमा अब तक तीन नेशनल रिकार्ड बना चुकी हैं। उनके पिता विजय बहादुर पटेल साधारण किसान हैं।
तीन भाई बाहनों की जोड़ी है अंतरराष्ट्रीय एथलीट हैं
रेशमा, अलावा उनके घर में ही दो और अंतरराष्ट्रीय एथलीट हैं। जिसमें उनकी बहन रोजी व भाई इंद्रजीत पटेल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं। मौजूदा समय में वह ओएनजीसी में तैनात हैं। अपने भाई के नक्शे कदम पर आगे बढ़ रही रेशमा अपनी बहन रोजी के साथ वाकिंग रेस यानी पैदल चाल की तैयारी इस कर रही हैं। रेशमा ने 14 वर्ष की उम्र में अंडर 16 के नेशनल रिकार्ड की बराबरी कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। इसके बाद उन्होंने अपने प्रदर्शन में और सुधार किया और अंडर 19 पैदल चाल का नेशनल रिकार्ड अपने नाम किया। लेकिन रेशमा यहीं नहीं रूकी बल्कि अंडर 20 का नेशनल रिकार्ड भी उन्होंने अपने नाम किया है।
चैंपियनशिप में जाने से पूर्व रेशमा ने बेहतर प्रदर्शन की जताई थी उम्मीद
मस्कट जाने से पहले रेशमा से दैनिक जागरण की बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में वह अपना सर्वोच्च देंगी। लगातार वह तैयारी कर रही हैं और इस समय अच्छे फार्म में हैं। विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने के बाद से ही मैं उत्साहित थी और अब मेरे पास पूरी दुनिया के सामने खुद को साबित करने का यह शानदार मौका है। इस समय फिटनेस भी बेहतर है। मैदान पर अपना सौ प्रतिशत दूंगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।