प्रयागराज के शाहपुर गांव में बदलाव की बयार, बस रहा नया संसार, सूबे का नंबर एक पंचायत भवन है इस गांव में
पिछले माह अक्टूबर में ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पंचायत भवन का उद्घाटन किया था। इस पंचायत भवन में आठ कमरे हैं। यहीं से ग्रामीणों के ज्यादातर सरकारी काम किए जा रहे हैं। अब उन्हें भटकना नहीं पड़ रहा है।
प्रयागराज,[ अतुल यादव ]। देश बदल रहा है। लोग बदल रहे हैं। सोंच बदल रही है। गांव-गांव विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। अपने आसपास स्वस्थ और स्वच्छ माहौल बनाने की तमाम कोशिशें मूर्त रूप ले रही हैं। नई पीढ़ी के रचनात्मक प्रवृत्ति के लोग कुछ खास और बेहतर करने में लगे हैं। इसकी तस्वीर देखनी हो तो जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर होलागढ़ ब्लॉक के शाहपुर कल्याण उर्फ नेवादा गांव आइए। यहां प्रदेश का नंबर एक पंचायत भवन देखकर आपकी बांछें खिल जाएंगी। उसके आसपास का स्वच्छ माहौल भी आंखों को सुकून देगा। ऐसा सिर्फ स्थान विशेष पर नहीं बल्कि पूरे गांव में देखने को मिलेगा।
22 सौ की आबादी वाला है गांव
करीब 22 सौ की आबादी वाले गांव में सुमंत तिवारी वर्ष 2015 में ग्राम प्रधान चुने गए। तभी उन्होंने गांव की तस्वीर बदलने का संकल्प लिया था। करीब पांच साल में गांव में कई विकास कार्य कराए। इसके लिए कुछ स्थानीय युवाओं और बुजुर्गों की मदद भी मिली है। गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। शौचालय का लाभ दिया गया। कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों में आधुनिक सुविधाओं से लैस कर दिया है। आधुनिक पंचायत भवन निर्माण में हाल ही में प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया। पिछले माह अक्टूबर में ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पंचायत भवन का उद्घाटन किया था। इस पंचायत भवन में आठ कमरे हैं। यहीं से ग्रामीणों के ज्यादातर सरकारी काम किए जा रहे हैं। अब उन्हें भटकना नहीं पड़ रहा है। हालांकि अभी फाइबर केबल से जोडऩे का काम चल रहा है। इसके बाद काम और आसान हो जाएगा। इसके अलावा गांव में प्रवेश करते वक्त सात सौ मीटर सड़क है। गांव के रास्तों पर करीब 90 फीसद इंटरलॉकिंग कराई जा चुकी है। अंत्येष्टि स्थल, तालाब का सौंदर्यीकरण भी कराया गया है।
प्राथमिक विद्यालय की बदली सूरत
गांव के प्राथमिक विद्यालय को देखकर अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि यह सरकारी स्कूल है या कॉन्वेंट। यहां की बांउड्रीवाल बना दी गई है। बड़ा गेट लगाया गया है। इसके अलावा बच्चों के लिए फर्नीचर के अलावा बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आकर्षक वॉल पेंटिंग भी कराई गई है।
पंचायत भवन से ही ग्रामीणों को मिलेगी सुविधा
पंचायत भवन से ही गांव के लोगों को कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत कराए जा रहे हैं। लेखपाल और कोटेदार भी बैठ रहे हैं। एएनएम भी पंचायत घर में ही बैठक कर टीकाकरण का काम कर रही हैं।
जैविक खाद के लिए बनाए जा रहे गड्ढे
घूर के स्थान पर अब गड्ढे बना दिए गए हैं। इसमें खर-पतवार और गोबर डाला जाता है। इससे गंदगी नहीं होगी। इस पर लोगों ने अमल शुरू कर दिया है। इसके अलावा प्लास्टिक भी इधर-उधर नहीं फेंका जाता है। ताकि खेती प्रभावित न हो और उत्पाद में भी इजाफा हो। प्रधान से प्रेरित होकर गांव के लोग ज्यादातर जैविक खाद का इस्तेमाल करने लगे हैं।
देश-दुनिया के समाचार से कराते हैं अवगत
गांव के युवा सार्वजनिक स्थान पर एकजुट होकर दो-तीन समाचार पत्र लेकर पढ़ते हैं और बुजुर्गों को भी देश-दुनिया की खबरों से अवगत कराते हैं। वे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी करते हैं। गांव के लोग अपने अधिकार के प्रति जागरूक हो रहे हैं।
औषधीय पौधे लगाने पर जोर
गांव में तालाब, प्राथमिक स्कूल और सड़क के किनारे औषधीय पौधे लगाए गए है। इसके अलावा गांव के लोग भी अपने आसपास औषधीय पौधे नीम, आंवला व नींबू आदि का पौधा लगाया है। वे इसका भरपूर इस्तेमाल भी कर रहे हैं।
बोले ग्राम प्रधान
शाहपुर कल्याण उर्फ नेवादा के ग्राम प्रधान सुमंत तिवारी का कहना है कि मुझे अंदाजा नहीं था कि मुख्यमंत्री गांव को चयनित करेंगे। इस बात की जानकारी होने से बेहद खुशी हुई। अब और बेहतर काम करने की दिशा में प्रयासरत हूं।
अन्य ग्राम पंचायतों को भी इससे सीखने की जरूरत
सीडीओ आशीष कुमार ने बताया कि नेवादा गांव को नजीर मानकर अन्य ग्राम पंचायतों को भी काम करना चाहिए। गांव की तस्वीर बदलने वाले ऐसे लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। जल्द बैठक कर ऐसे लोगों को चिन्हित भी करेंगे। और ग्राम पंचायत के विकास के लिए कराए जा रहे काम में और तेजी लाए जाएगी।