बेबस मां-बाप का दर्द, चार दिन की तलाश के बाद बेटे का मिला शव, अब पोस्टमार्टम को भटक रहे
स्वजनों को उम्मीद थी कि मंगलवार को अंकित का शव उनको सौंप दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। डाक्टरों ने कहा कि जब तक मुख्य चिकित्साधिकारी का आदेश नहीं आएग ...और पढ़ें

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। ये उस बेबस माता-पिता का दर्द है, जिसके पुत्र की मौत हो चुकी है। मौत भी बेरहमी से आई। पहले उसका अपहरण किया गया फिर कत्ल कर दिया गया। मासूम बेटे का खिलखिलाता चेहरा याद कर मां-बाप के आंसू नहीं रुक रहे हैं। गम ने यहीं तक नहीं उन्हें रुलाया, इसके आगे की दास्तां तो और भी दर्दनाक है, जो हर किसी को रुला देती है। हत्यारों ने बेटे को मारकर जंगल में फेंक दिया। पुलिस चार दिन की मशक्कत के बाद शव ढूंढ सकी। बेटे का चेहरा देखने को तरस रही बेबस का यह अंतिम आस भी अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। आप भी जानें इस मार्मिक दास्तां को।
अपहरण कर मासूम अंकित की हुई थी हत्या
सरायइनायत थाना क्षेत्र के अंदावा जैन मंदिर के पास रहने वाले मूलचंद्र बिंद के पुत्र अंकित की हत्या के मामले में लापरवाही ऐसी बरती जा रही है कि तीन दिन बाद भी उसका शव उसके घरवालों को नहीं मिल पाया है। स्वजन प्रयागराज, मीरजापुर और वाराणसी का चक्कर काटते-काटते थक चुके हैं। स्वजनों की आंखें रोते-रोते पथरा गईं हैं। माता-पिता की हालत खराब होती जा रही है, लेकिन सरकारी मशीनरी अपने तरीके से काम करने में लगा है। कहा जा रहा है कि जब अंकित के शव का डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिया जाएगा, तभी लाश स्वजनों को सौंपी जाएगी।
मीरजापुर के ड्रमंडगंज पहाड़ी के जंगल में फेंका था शव
मूलचंद्र बिंद के 12 वर्षीय पुत्र अंकित को 19 अगस्त को फिरौती के लिए अगवा किया गया था। दूसरे दिन उसकी हत्या कर शव को मीरजापुर के ड्रमंडगंज पहाड़ी के जंगल में फेंक दिया गया था। मामले में कोरांव के पचेहरा निवासी दीपक कुशवाहा और उसके मौसी के पुत्र अर्जुन, भीम उर्फ नीरज और दीपक के बहनोई पुष्पराज निवासी जियाराम का पुरवा थाना बारा को पकड़ा गया था। इनकी निशानदेही पर 29 अगस्त की शाम लाश को जंगल से पुलिस ने बरामद कर लिया गया था।
वाराणसी भिजवाया गया शव
शव बरामद करने के दिन मीरजापुर स्थित पोस्टमार्टम हाउस में शव को यह कहकर रखवाया गया था कि सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हालांकि देर शाम स्वजनों को शव न सौंपकर उसे वाराणसी स्थित पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया गया। डाक्टरों ने कहा था कि शव पूरी तरह से सड़ चुका है और इसकी रिपोर्ट बनाना मुश्किल है। इसलिए डीएनए टेस्ट के लिए वाराणसी में डाक्टर सैंपल लेंगे।
डीएनए टेस्ट सैंपल
सोमवार की देर रात शव को एंबुलेंस से वहां ले जाया गया। स्वजनों को उम्मीद थी कि मंगलवार को अंकित का शव उनको सौंप दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। डाक्टरों ने कहा कि जब तक मुख्य चिकित्साधिकारी का आदेश नहीं आएगा, वह डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल एकत्र नहीं करेंगे। मौजूद मीरजापुर पुलिस ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। अब मीरजापुर पुलिस अधीक्षक वाराणसी के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखेंगे। पुलिस आयुक्त द्वारा सीएमओ वाराणसी को पत्र लिखा जाएगा और इसके बाद डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिए जाएंगे।
सरायइनायत थाने के इंस्पेक्टर बोले
इंस्पेक्टर सरायइनायत राकेश चौरसिया का कहना है कि थाने से एक सिपाही को लगाया गया है। डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लेने के बाद ही शव को स्वजनों को सौंपा जाएगा।

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