ट्रेन में गायिका का पद्मश्री मेडल चुराने वाले अपराधी की तलाश में प्रतापगढ़ समेत कई जिलों की पुलिस
कजरी गायिका पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव का पर्स काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस में चोरी होने के बाद रविवार को कोच अटेंडेंट को तलब किया गया। उससे पूछताछ हुई। ट् ...और पढ़ें

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ से गुजरते समय मीरजापुर की सुप्रसिद्ध कजरी गायिका पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव का पर्स काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस में चोरी होने के बाद रविवार को कोच अटेंडेंट को तलब किया गया। कोच अटेंडेंट से कई बार पूछताछ हुई। ट्रेन से पद्मश्री मेडल चोरी होने पर घटना का राजफाश करने के लिए जीआरपी के साथ सिविल पुलिस को भी लगाया गया है। जीआरपी सालभर में पकड़े गए बदमाशों की कुंडली खंगाल रही है।
लखनऊ से भदोही जाते वक्त रात में घटना
कजरी गायिका अजीता श्रीवास्तव 14 जुलाई को काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस से लखनऊ से भदोही के लिए यात्रा कर रही थीं। उनके अनुसार रात करीब 12 बजे अमेठी के गौरीगंज स्टेशन के पास एक व्यक्ति उनका पर्स लेकर अचानक भाग निकला। पीछा करने पर वह नहीं मिला। अंधेरे में आउटर पर उतर गया। उस पर्स में कजरी में योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए गए पद्मश्री सम्मान का मेडल भी था। इसके साथ ही 25 हजार नकद, मोबाइल, आधार कार्ड, सोने की चेन, अंगूठी समेत कीमती सामान थे। शनिवार को घटना की रिपोर्ट जीआरपी प्रतापगढ़ ने दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
डीजीपी ने रेलवे पुलिस के साथ जिला पुलिस को गिरफ्तारी में लगाया
पद्मश्री अवार्ड का मामला होने के कारण केंद्र और राज्य सरकार दोनों इस पर गंभीर है। डीजीपी ने रेलवे पुलिस के साथ ही प्रतापगढ़, लखनऊ, मीरजापुर, अमेठी और रायबरेली के पुलिस अधीक्षकों से भी अपने स्तर से टीमें बनाकर चोर को पकड़ पर्स बरामद करने के लिए कहा है। पुलिस का मानना है कि पर्स चोरी करने के बाद वह किसी बाजार या कस्बे में ही गया होगा। ऐसे में थानों की पुलिस को भी लगाया जाना चाहिए। इधर, कोच अटेंडेंट विनोद कुमार को जीआरपी ने रविवार को तलब कर लिया है। वह वाराणसी का रहने वाला है। थाने में दिन में उससे कई बार पूछताछ की गई। अटेंडेंट से पूछताछ में बताया कि जिस समय घटना हुई, उस वक्त उसे नींद आ गई थी। इसके कारण उसे जिस स्थान पर होना चाहिए, वहां न होकर लगेज केबिन में आराम कर रहा था। शोर मचाने पर भी काफी देर तक उसे कुछ पता नहीं चला। जीआरपी के एसएसआइ राशिद खान का कहना है कि कई टीमें जांच में लगी हैं। कुछ तथ्य मिले हैं। उन पर काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्दी ही घटना का पर्दाफाश होगा।
रेलमंत्री ने भी लिया संज्ञान
पद्मश्री अजीता द्वितीय श्रेणी एसी कोच के ए1 में तीन नंबर सीट पर थीं। उसमें 52 यात्री थे। सब मदद को दौड़े, पर अटेंडेंट काफी देर तक नहीं आया। इस पर उसे लापरवाह और संदिग्ध मानते हुए उन्होंने उसका नाम लेकर रेलमंत्री, मुख्यमंत्री व डीजीपी को ट्वीट भी किया। एक तो पद्मश्री अवार्ड की चोरी व दूसरे पुरस्कृत कलाकार द्वारा ट्वीट किए जाने से मामला हाई प्रोफाइल हो गया। रेलमंत्री ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है।
कुछ ही देर पहले आए थे सिपाही
घटना की रात काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस में प्रतापगढ़ जीआरपी के दो सिपाहियों की ड्यूटी थी। वह लखनऊ से प्रतापगढ़ तक चेकिंग करते हुए आ रहे थे। घटना के करीब 10 मिनट पहले ही वह उस कोच से चेक करते हुए ट्रेन के आखिरी कोच तक गए थे। इसी दौरान यहां घटना हो गई। उनके आने तक अंधेरे का फायदा उठाकर चोर पर्स लेकर फरार हो चुका था। कजरी गायिका ने पुलिस पर कोई सवाल नहीं उठाया है। उनका कहना है कि अटेंडेंट वहां होता तो शायद चोरी नहीं हो पाती। यही नहीं घटना के समय दरवाजा भी खुला था। आउटर पर गाड़ी धीमी होती है, यह बात भी चोर जानता था, इसीलिए उसने गौरीगंज से ट्रेन चलने के बाद ही घटना को अंजाम दिया।

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