UPPSC परीक्षा में गड़बड़ी : चयनित सौ से अधिक अफसर सीबीआइ मुख्यालय तलब
उप्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में गड़बड़ी की जांच में कर रही सीबीआइ उसकी परत-दर-परत खोलने में जुटी है।
प्रयागराज, जेएनएन। उप्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में गड़बड़ी की जांच में कर रही सीबीआइ उसकी परत-दर-परत खोलने में जुटी है। एक सप्ताह तक जांच करने के बाद सीबीआइ टीम दिल्ली रवाना हो गई। जाने से पहले पीसीएस, एपीएस व समीक्षा अधिकारी के सौ से अधिक चयनितों को समन देकर पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित मुख्यालय बुलाया है। इनसे एक जुलाई से पूछताछ शुरू हो जाएगी।
यूपीपीएससी की एक अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2017 के बीच हुई परीक्षाओं व परिणामों की जांच करने सीबीआइ की टीम 24 जून को प्रयागराज आई। सीबीआइ के एडिशनल डिप्टी एसपी चंद्रदीप के नेतृत्व में पहले चक्र की जांच शुरू की। प्रशासनिक भवन व मशीन सेक्शन में आयोग के अधिकारियों व कर्मचारियों को बुलाकर उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में पेपर बनाने, उसकी छपाई, कापियों के मूल्यांकन, नंबरों में हुए हेरफेर से जुड़े प्रश्न पूछे गए।
इसके साथ ही जांच के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए आयोग के उपसचिव सत्यप्रकाश से पीसीएस 2011 व 2015, एपीएस 2010, राज्य अवर अधीनस्थ सेवा 2013, समीक्षा व सहायक समीक्षा अधिकारी 2014 परीक्षा कराने व भर्ती से जुड़ी फाइलें मंगवाकर पड़ताल की। कंप्यूटर में फीड डाटा की जांच की गई। जांची गई कापियों, अंक पत्र व प्रमाणपत्रों की पड़ताल में काफी गड़बड़ी सामने आई। सीबीआइ को जहां गड़बड़ी मिली, उन चयनितों को समन देकर पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है, जिन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है उनकी संख्या 105 के करीब है।
खुद गए समन देने
सीबीआइ जिसे पूछताछ के लिए बुलाती है, उसका समन पुलिस से भेजवाया जाता है, लेकिन इस बार सीबीआइ के सदस्य समन देने खुद गए। चयनित हुए अभ्यर्थी जहां-जहां मौजूदा समय में कार्यरत हैं, उन शहरों में सीबीआइ के सदस्य समन देने गए हैं।
बोरों में ले गए फाइलें
सीबीआइ की टीम यूपीपीएससी से अपने साथ सील बंद बोरों में फाइलें लेकर गई है। आधा दर्जन बोरों में फाइलें दिल्ली ले जाई गई हैं। इसमें वह फाइलें शामिल हैं, जिसमें सीबीआइ को गड़बड़ी मिली है।