डॉक्टर साहब ने सरकारी आवास पर ही खोल दिया ऑपरेशन थिएटर, बड़ा सा बोर्ड भी लगवा दिया Prayagraj News
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइड लाइन में स्पष्ट है कि सरकारी अस्पताल में तैनात डॉक्टर प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस नहीं कर सकता। हालांकि इसका पालन कई डॉक्टर नहीं कर रहे।
प्रयागराज, जेएनएन। सरकारी आवास में चल रही है ओटी यानी ऑपरेशन थिएटर। यह शीर्षक पढ़कर आप हैरान मत होइए, चौंकिए नहीं...यह यही है। जी हां सरकार तो मरीजों की सुविधा के लिए नित नई योजनाएं बनाती है, उसे लागू करने के लिए सख्ती भी करती है लेकिन नतीजा सिफर ही रहता है। कुछ ऐसे भी चिकित्सक या यूं कहिए कि सरकारी डॉक्टर हैं, जो मरीजों से धन उगाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका नमूना हम आपके सामने पेश कर रहे हैं।
एमएनएम कॉलेज के सरकारी आवास में एक नेत्र सर्जन ऐसा ही कर रहे हैं
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइड लाइन में स्पष्ट है कि सरकारी अस्पताल में तैनात डॉक्टर प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस नहीं कर सकता। वहीं सरकारी डॉक्टर अपने सरकारी आवास पर ही रुपये लेकर मरीजों का ऑपरेशन करें, इसका अंदाजा लगाना कठिन है। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सरकारी आवास में एक नेत्र सर्जन ऐसा ही कर रहे हैं। शाम को इनके आवास पर बड़ी संख्या में मरीजों की लाइन लगती है।
मामला स्टॉफ का है तो विरोध कौन करे...
मेडिकल कॉलेज में रहने वाले लगभग सभी डॉक्टर व कर्मचारी भी इससे वाकिफ हैं लेकिन मामला स्टॉफ का है तो विरोध कौन करे। आवास के बाहर डॉक्टर साहब ने बड़ा सा बोर्ड भी लगवा दिया है, ताकि मरीज सीधे उनके आवास तक पहुंच जाएं। इनके अलावा कुछ और भी सरकारी डॉक्टर हैं जो प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं और ओपीडी में अच्छी खासी भीड़ होती है। कुछ ऐसे नामचीन डॉक्टर हैं जो सरकारी अस्पताल में कार्यरत हैं लेकिन उनका शहर में बड़ा अस्पताल है।
एमएनएम कॉलेज के प्राचार्य को जानकारी नहीं है, कहा-कार्रवाई करेंगे
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह कहते हैं कि किसी डॉक्टर द्वारा सरकारी आवास में मरीजों के ऑपरेशन करने की जानकारी नहीं है। इसका पता करता हूं। अगर कोई डॉक्टर सरकारी आवास में ऑपरेशन कर रहा है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।