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    Night Market in Prayagraj: ​​​​​नाइट मार्केट का टेंडर सात बार में भी नहीं हो सका फाइनल

    By Ankur TripathiEdited By:
    Updated: Fri, 23 Jul 2021 06:30 AM (IST)

    प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड बीएचएस स्कूल के सामने पीडी टंडन रोड और कमला नेहरू मार्ग पर नाइट मार्केट के संचालन के लिए पहली बार 26 फरवरी 2020 को टेंडर निकाला गया था। पहली बार टेंडर में दो एजेंसियां आई और दूसरी बार सात एजेंसियां लेकिन टेंडर फाइनल नहीं किया गया।

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    पार्किंग और मार्केट संचालन की व्यवस्था संग बिजली का बिल देना होगा ठेकेदार को

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सिविल लाइंस क्षेत्र में पीडी टंडन रोड पर नाइट मार्केट के संचालन के लिए स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा सात बार टेंडर निकाला जा चुका है लेकिन, टेंडर फाइनल नहीं हो सका। तीसरे दफे एक भी निविदा के आने पर उसकी स्वीकृति देने की व्यवस्था है। मगर, यहां सात बार में भी टेंडर फाइनल नहीं होना सवाल खड़े करता है। निविदा डालने के लिए बार-बार विज्ञापन प्रकाशित कराने पर राजस्व का भी नुकसान होता है।

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    टेंडर को लेकर उठने लगे हैं अब सवाल

    प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड बीएचएस स्कूल के सामने पीडी टंडन रोड और कमला नेहरू मार्ग पर नाइट मार्केट के संचालन के लिए पहली बार 26 फरवरी 2020 को टेंडर निकाला गया था। पहली बार टेंडर में दो एजेंसियां आई और दूसरी बार सात एजेंसियां लेकिन टेंडर फाइनल नहीं किया गया। करीब डेढ़ साल में सात बार टेंडर निकाले गए और सातों बार निरस्त कर दिए गए। हालांकि, चौथी-पांचवी बार के बाद निविदा सिर्फ पीडी टंडन रोड के नाइट मार्केट के लिए निकाला जाने लगा, क्योंकि कमला नेहरू रोड पर नाइट मार्केट का विस्तार किया जा रहा है। टेंडर में ठेके की निर्धारित राशि एक लाख रुपये तय की गई। कहा जा रहा है कि तय धनराशि से तीन गुना तक टेंडर आने और कई एजेंसियों के दिलचस्पी लेने के बावजूद हर बार निविदा निरस्त कर दी गई। अब आठवीं बार टेंडर निकाले जाने की तैयारी है। ठेकेदार को पार्किंग, मार्केट के संचालन के साथ बिजली बिल का भी भुगतान करना होगा।

    क्या है प्रविधान

    जानकारों का कहना है कि दो बार के टेंडर में तीन एजेंसियों के शामिल न होने पर तीसरी बार की निविदा में अगर एक भी एजेंसी शामिल होती है और निर्धारित दर से कम टेंडर भी रहेगा तो उसे फाइनल करने का प्रविधान है। अफसरों का कहना है कि दो बार के टेंडर में पार्किगं संचालन वाले ही आए। लेकिन, ठेकेदार को लोगों को भी संभालना होगा। इसलिए इवेंट अर्गनाइजर मसलन होटल, रेस्टोरेंट वालों को तरजीह दी जा रही है। ताकि अच्छी सुविधा दी जा सके। कालेज समय में नाइट मार्केट का संचालन नहीं होगा।