NCZCC Allahabad : प्रयागराज में सांस्कृतिक केंद्र में कला निखारने की तैयारी, ‘कला चौपाल-चलो गांव की ओर' है मुहिम
NCZCC Allahabad उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के सहायक कार्यक्रम अधिशाषी मधुकांक मिश्रा द्वारा कला चौपाल के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके जरिये हम अपनी संस्कृति सांस्कृतिक धरोहर और सभ्यता के संरक्षण व संवर्द्धन का प्रयास कर रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। लुप्त होती कलाओं, ग्रामीण क्षेत्र के कलाकारों के संवर्धन के लिए उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र ‘कला चौपाल-चलो गांव की ओर' मुहिम को बढ़ावा देगा। इसके जरिये ढेंडिया, कजरी, दादरा, बिरहा जैसी कलाओं को संरक्षित किया जाएगा। ग्रामीण महिलाये ढेडि़या के मूल गीतों को गाएंगी। बिट्टन दिवाकर, राजरानी, कलावती, रेखा, रीता देवी, सुग्गन देवी आदि महिलायेने ढेडि़या गीत को जन-जन तक पहुचाएगी।
विलुप्त होती पारंपरिक गायकी से जन समुदाय को अवगत कराने की तैयारी
वहीं एनसीजेडसीसी धोबिया गीत गाने वाली मंडली निर्गुण भजन व विलुप्त होती पारंपरिक गायकी से जन समुदाय को अवगत भी कराएगी। छोटे लाल, भोला, कल्लू और ननकू ने स्थानीय गीत की बारीकियों से लोगों को अवगत कराएंगे। चौपाल में गुमनामी का जीवन जी रहे कलाकार गुलाब भारतीय जिन्होंने लगभग 10 वर्षों अपनी गायन विधा को छोड़ दिया है। वे, कला चौपाल के जरिये बिरहा गायन की प्रस्तुति देंगे और युवाओं को इस विधा से जोड़ेंगे।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक कहते हैं
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर बताते हैं कि कला चौपाल के उद्देश्य को सार्थकता प्रदान की जा रही है। कला चौपाल का आयोजन कोरोना महामारी के बीच किया जाएगा। आयोजन में केंद्र की ओर से सुधवर ग्राम के वरिष्ठ नागरिक चंद्र राम दिवाकर द्वारा प्रस्तुति तथा संवाद से जुड़े सभी नागरिकों को केंद्र की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।
बोले एनसीजेडसीसी के सहायक कार्यक्रम अधिकारी
सांस्कृतिक केंद्र के सहायक कार्यक्रम अधिशाषी मधुकांक मिश्रा द्वारा कला चौपाल के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके जरिये हम अपनी संस्कृति, सांस्कृतिक धरोहर और सभ्यता के संरक्षण व संवर्द्धन का प्रयास कर रहे हैं।