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    केसरवानी समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल कराने के लिए सीएम से मिले, व्यथा बताकर दिया ज्ञापन

    भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने बताया कि उनके नेतृत्व में 14 सदस्यीय दल लखनऊ गया था। उनके साथ अखिल भारतीय केसरवानी वैश्य महासभा के संरक्षक शिव कुमार वैश्य भी थे। उन्होंने मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री को केसरवानी समाज की मुश्किलों के बारे में अवगत कराया।

    By Ankur TripathiEdited By: Updated: Tue, 31 Aug 2021 07:48 PM (IST)
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    प्रयागराज का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिला

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। केसरवानी समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल कराने की मांग तेज हो गई है। इसको लेकर प्रयागराज का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिला। उन्हें ज्ञापन भी दिया गया है ताकि उनकी मांग पर विचार किया जाए।

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    भाजपा के प्रयागराज महानगर अध्यक्ष थे साथ

    भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने बताया कि उनके नेतृत्व में 14 सदस्यीय दल लखनऊ गया था। उनके साथ अखिल भारतीय केसरवानी वैश्य महासभा के संरक्षक शिव कुमार वैश्य भी थे। उन्होंने मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री को केसरवानी समाज की मुश्किलों के बारे में अवगत कराया। कहा, इस समाज के लोग आज भी बहुत पिछड़े हैं। इनके उत्थान के लिए सरकारी सहयोग की जरूरत है। अखिल भारतीय केसरवानी वैश्य महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी ने कहा कि केसरवानी समाज की आबादी देशभर में करीब एक करोड़ है। उत्तर प्रदेश, बिहार में अधिकांश लोग रहते हैं। तमाम लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं।

    विधायिका, न्यायपलिका और कार्यपालिका में भागीदारी एकदम कम

    इस समाज के लोगों का विधायिका, न्यायपालिका एवं कार्यपालिका समेत प्रशासन में प्रतिनिधित्व लगभग नगण्य है। लगभग आधा प्रतिशत से भी कम लोग केंद्र और राज्य सरकार के विभागों में नौकरियों में है। देश की स्वतंत्रता के बाद से उत्तर प्रदेश एवं बिहार राज्य में मात्र तीन या चार विधायक केसरवानी समाज के चुने जा सके हैं।

    आज भी केसरवानी समाज जाति के 90 फीसद लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते हैं। इनमें ज्यादातर लोग चाट औऱ चाय बेचने, फेरी करने, छोटी परचून की दुकान चलाने, ठेला लगाने, सब्जी बेचने जैसे छोटे-मोटे कार्य कर अपना जीवन यापन करते हैं। इस समाज की पूरी स्थिति का आंकलन करते हुए काका कालेकर आयोग, मंडल आयोग और न्यायमूर्ति आरएन प्रसाद ने केसरवानी समाज को पिछड़े वर्ग की जाति में शामिल करने के लिए अपनी संस्तुति प्रदान की है।

    आठ जिलों के रहे प्रतिनिधि

    इस स्थिति को बदलने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मांग की है कि केसरवानी समाज के लोगों पिछड़े वर्ग के जाति में शामिल करने की मांग की। इस दौरान आठ जिलों के प्रतिनिधि तीरथ राज गुप्ता, जय कृष्ण केसरवानी, वरुण केसरवानी, प्रमिल केसरवानी, विनोद केसरवानी, श्रीकांत केसरवानी, शिव मूरत गुप्ता, राजेश केसरवानी, अमित केसरवानी आदि मौजूद रहे।