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प्रयागराज में सड़क पर रफ्तार के साथ रखिए स्पीड ब्रेकर का भी ध्यान वरना जान जोखिम में

आलम यह है कि यही स्पीड ब्रेकर अक्सर घातक हादसोंं का कारण बन रहे हैं। इन तीनों ही जिलों में गति अवरोधक राहगीरोंं की मौत या घायल होने का कारण बन रहे हैं।जरूरत इस बात की है कि लोगस्पीड ब्रेकर पर भी ध्यान बनाएं रखें।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 04:20 PM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 04:20 PM (IST)
प्रयागराज में सड़क पर रफ्तार के साथ रखिए स्पीड ब्रेकर का भी ध्यान वरना जान जोखिम में
सड़कोंं पर स्पीड ब्रेकर इसलिए बनाए जाते हैं ताकि वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगाकर दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज हो या कौशांबी और प्रतापगढ़। सड़कोंं पर स्पीड ब्रेकर इसलिए बनाए जाते हैं ताकि वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगाकर दुर्घटनाओं को रोका जा सके। मगर आलम यह है कि यही स्पीड ब्रेकर अक्सर घातक हादसोंं का कारण बन रहे हैं। इन तीनों ही जिलों में गति अवरोधक यानी स्पीड ब्रेकर लगातार राहगीरोंं की मौत या घायल होने का कारण बन रहे हैं। ऐसे में जरूरत इस बात की है कि लोग सड़क पर रफ्तार के साथ स्पीड ब्रेकर पर भी ध्यान बनाएं रखें। ठंड का मौसम होने की वजह से शाम-सुबह कोहराा भी रहेगा। इसकी वजह से रास्ता साफ नहीं दिखता है। इन दिनों वाहन चलाने में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

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कौशांबी में हुआ जानलेवा हादसा

अभी हफ्ते भर पहले की बात है। कौशांबी जनपद में स्पीड ब्रेकर ही एक महिला के लिए जानलेवा साबित हो चुका है। शहर के कालिंदीपुरम कॉलोनी में रहने वाले अमरनाथ पत्नी ४५ वर्षीय सुशीला देवी के साथ स्कूटी पर फतेहपुर जा रहे थे जहां उन्हें एक सगाई समारोह में शामिल होना था। कोखराज के कल्यानपुर गांव के पास स्पीड ब्रेकर पर स्कूटी को झटका लगा और सुशीला नीचे जा गिरीं। तभी पीछे से आए ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। उनकी मौत हो गई। यहां कहा जा सकता है कि इस अनहोनी के लिए गलती स्पीड ब्रेकर की बजाय निश्चित तौर पर वाहन चालक की रही होगी क्योंकि ब्रेकर पर गाड़ी की रफ्तार धीमी कर देनी चाहिए। इसी तरह जिला मुख्यालय मंझनपुर से फतेहपुर जनपद के धाता को जोडऩे वाली 14 किलोमीटर की सड़क में 16 ब्रेकर बनाए गए हैं। इन ब्रेकरों को ध्यान में रखते हुए वाहन न चलाया गया तो जान भी जा सकती है। हाइवे पर तो खतरा है ही, लेकिन मंझनपुर से फतेहपुर जनपद के धाता बाजार को जोडऩे वाली सड़क पर सफर करना आसान नहीं है। इस मार्ग के किनारे कई बाजार हैं। लोगों ने सड़क पर अतिक्रमण भी कर रखा है। इस मार्ग पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की जरूरत है। पिछले एक वर्ष के रिकॉड पर जाए तो कोहरे ब्रेकर की वजह से इस मार्ग पर 41 हादसे हो चुके है, जिसमें दो लोगों की मौत भी हुई है। जिन स्थानों पर ब्रेकर बनाए गए हैं। वहां पर परिवहन विभाग और यातायात पुलिस ने संकेतक चिह्नित बनाकर बोर्ड तो लगाया है। इसकी वजह से वाहन चालकों को कोहरे के समय ब्रेकर नजर नहीं आते हैं और ब्रेकर हादसे का सबब बन रहे हैं। 

प्रयागराज और प्रतापगढ़ में हो चुकी दुर्घटनाएं

स्पीड ब्रेकर की वजह से प्रयागराज और प्रतापगढ़ मेंं भी कई ऐसी दर्घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें लोगोंं की जान गई या घायल हुए। प्रयागराज मेंं रफ्तार भरते वक्त कई बार लोगोंं ने भुला दिया कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर भी हो सकतेे हैं। तेज गति में स्पीड ब्रेकर के करीब पहुंचकर ब्रेक लगाने पर कार या दो पहिया गाड़ी बेकाबू होकर पलट जाती है जिससे लोगों को अक्सर घातक चोट पहुंचती है तब भी लोग सचेत नहींं हो रहे। इस पर जागरूकता लाने की भी कवायद की जा रही है।


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