वाहनों के वीआइपी नंबर का क्रेज, 0002 नंबर पाने के लिए लगी है सबसे ज्यादा एक लाख की बोली
वीआइपी नंबरों के अलाटमेंट के लिए विभाग की ओर से आनलाइन नीलामी की जाती है। इसके लिए परिवहन विभाग में पहले आवेदन कराया जाता है। इसके लिए एक हजार रुपये शुल्क लिया जाता है। इसके माध्यम से पंजीयन किया जाता है और नंबर सुरक्षित रखे जाते हैं।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। वाहनों का वीआइपी नंबर पाने के लिए लोग हजारों रुपये खर्च करने को तैयार हैं। इसके बावजूद उन्हें मनचाहा नंबर नहीं मिल रहा है। वाहनों के वीआइपी नंबर के लिए संभागीय परिवहन विभाग में 448 लोगों ने आवेदन किया है। इसमें 0002 और 1111 नंबर के लिए एक-एक लाख रुपये की बोली लगाई गई है। इसके अलावा अन्य नंबरों के लिए एक हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक लोगों ने खर्च किया है।
वाहनों के वीआइपी नंबरों के लिए लगती है आनलाइन बोली : वीआइपी नंबरों के अलाटमेंट के लिए विभाग की ओर से आनलाइन नीलामी की जाती है। इसके लिए परिवहन विभाग में पहले आवेदन कराया जाता है। इसके लिए एक हजार रुपये शुल्क लिया जाता है। इसके माध्यम से पंजीयन किया जाता है और नंबर सुरक्षित रखे जाते हैं। इसके बाद वांछित व्यक्ति जो नंबर चाहता है, उसके हिसाब से नीलामी की न्यूनतम रकम तय करते हैं। फिर नंबर मिल जाता है।
परिवहन विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी : वीआइपी नंबरों के चलते विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। वहीं आगे आने वाली सीरीज के लिए भी लोग अभी से आवेदन करने लगे हैं।
रजिस्ट्रेशन के बाद नंबरों के लिए लगती है बोली : वाहनों के वीआइपी नंबरों के लिए आनलाइन आवेदन करने के बाद बोली लगती है। इस बोली में जो वाहन मालिक अधिक बोली लगाता है, नंबर उसको मिल जाता है।
एआरटीओ प्रशासन बोले- वाहन के वीआइपी नंबर का बढ़ा क्रेज : एआरटीओ प्रशासन डा. सियाराम वर्मा ने बताया कि वाहनों में वीआइपी नंबर को लेकर क्रेज बढ़ गया है। इसके लिए बड़ी संख्या में आवेदन आते हैं। लोग वीआइपी वाहन नंबरों के लिए बोली लगाते हैं।
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