Ganesh Chaturthi 2022: गणेश मूर्ति की स्थापना दोपहर 1.58 बजे से पहले कर लें, ऐसे करें पूजन
ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि मंगलवार की दोपहर 2.32 बजे लगकर बुधवार की दोपहर 1.58 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के कारण चतुर्थी तिथि का प्रभाव दिनभर रहेगा। मूर्ति स्थापना 1.58 बजे से पहले करना शुभ रहेगा।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। आज बुधवार 31 अगस्त से गणेश पूजा महोत्सव शुरू हो जाएगा। भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को प्रथमपूज्य गजानन गणेश पूजा पंडालों में विराजमान हो जाएंगे। ज्योतिर्विदों ने गणेश मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त के साथ पूजन की विधि बताई है। ऐसा करने से श्रीगणेश शुभ फल देंगे।
मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त : ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि मंगलवार की दोपहर 2.32 बजे लगकर बुधवार की दोपहर 1.58 बजे तक रहेगी। वैसे उदया तिथि के कारण चतुर्थी तिथि का प्रभाव दिनभर रहेगा, लेकिन मूर्ति की स्थापना 1.58 बजे से पहले करना चाहिए। बुधवार की सुबह 6.59 से 9.12 बजे तक कन्या की स्थिर लग्न रहेगी। ये स्थापना का श्रेष्ठ कालखंड है।
मन को रखें सात्विक : पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय ने कहा कि भाद्रमास में गणेश जी का पूजन करने वालों काे तन, मन व वस्त्र पवित्र रखना चाहिए। प्रतिदिन धुला श्वेत वस्त्र पहनकर पूजन करें। दही, मूली का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका सेवन करने से शरीर व्याधि का शिकार होने के साथ मानसिक विकृति पैदा होती है। इससे साधना में मन नहीं लगता। बताया कि साधकों को पूजन में एक माला 'ऊं गं गणपतये नम:' मंत्र का 108 बार नियमित जप करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।
ढोल-नगाड़ों की थाप के बीच स्थापित होंगी गणेश प्रतिमाएं : पंडालों में बुधवार को ढोल-नगाड़ों की थाप के बीच गणपति बप्पा मोरया के उद्घोष के बीच भक्त विधि-विधान से गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करेंगे। फिर मंत्रोच्चार के बीच उनका पूजन-अर्चन किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।