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    Gandhi Jayanti 2022: महात्‍मा गांधी 13 बार आए थे इलाहाबाद, पढ़ें कब-कब उनका यहां हुआ आगमन

    Gandhi Jayanti 2022 महात्‍मा गांधी का इलाहाबाद यानी प्रयागराज से गहरा लगाव था। वे 28 फरवरी 1941 को वह अंतिम बार यहां कमला नेहरू अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इसके बाद 12 फरवरी 1948 को गांधीजी अस्थियां कलश में ट्रेन से इलाहाबाद लाई गई थी।

    By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Sun, 02 Oct 2022 09:32 AM (IST)
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    Gandhi Jayanti 2022 महात्मा गांधी जब-जब इलाहाबाद आते यहां के लोगों में नए उत्‍साह का संचार कर जाते थे।

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। Gandhi Jayanti 2022 महात्‍मा गांधी यानी मोहनदास करमचंद गांधी की जयंती आज पूरा देश मना रहा है। ऐसे में उनके प्रयागराज (पूर्ववर्ती इलाहाबाद) से जुड़े संस्‍मरण यहां पढ़ें। आजादी के महानायक जिसे लोग बापू भी कहते थे वे 13 बार इलाहाबाद आए थे। उनका यहां पहला पदार्पण 5 जुलाई 1896 को दिन में 11 बजे हुआ था। 28 फरवरी 1941 को कमला नेहरू अस्पताल का उद्घाटन करने इलाहाबाद पहुंचे थे।

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    1917 में कांग्रेस कमेटी व मुस्लिम लीग की संयुक्‍त बैठक में शामिल हुए थे : प्रयागराज में दूसरी बार महात्‍मा गांधी 22 दिसंबर 1916 को इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र समिति की सभा में शामिल होने आए थे। तब यह स्थान म्योर सेंट्रल कालेज था जो मौजूदा विज्ञान संकाय है। छह अक्टूबर 1917 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और अखिल भारतीय मुस्लिम लीग की संयुक्त बैठक में शामिल हुए। 11 मार्च 1919 को आनंद भवन में एक सार्वजनिक सभा में शामिल हुए। 20 जनवरी 1920 को पं. मोतीलाल नेहरू से मिलने आए।

    1921 में विदेशी वस्‍त्र त्‍यागने व चरखा चलाने की अपील करने पहुंचे : एक जून 1920 को हिंदू-मुस्लिम संयुक्त सम्मेलन में शामिल होने इलाहाबाद आए थे। 28 नवंबर 1920 को मोतीलाल नेहरू द्वारा आयोजित सार्वजनिक सभा में शामिल होने आए। 8 मई 1921 में विजयलक्ष्मी पंडित के विवाहोत्सव में सम्मिलित होने पहुंचे। 10 अगस्त 1921 को नवीं बार गांधीजी विदेशी वस्त्र त्याग कर खादी पहनने और चरखा चलाने की अपील करने पहुंचे थे।

    1948 में गांधीजी की अस्थियां प्रयागराज लाई गई थी : महात्‍मा गांधी 15 अगस्त 1929 को लिए चार दिवसीय प्रवास पर पहुंचे। दो फरवरी 1931 को बीमार मोतीलाल नेहरू को देखने के लिए आए। 17 नवंबर 1931 को सात दिवसीय प्रवास पर पहुंचे।  17 नवंबर 1939 को कमला नेहरू अस्पताल के शिलान्यास समारोह में शामिल हुए। 28 फरवरी 1941 को वह अंतिम बार यहां कमला नेहरू अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे। इसके बाद 12 फरवरी 1948 को गांधीजी अस्थियां कलश में ट्रेन से इलाहाबाद लाई गई थी।