प्रयागराज में बहुमंजिली इमारत इंदिरा भवन में छठवें और सातवें तल पर आग से मची रही अफरातफरी
सातवें फ्लोर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण व छठे फ्लोर पर किसी अन्य विभाग का कार्यालय है।यहां आग लगने से अफरा तफरी मच गई । मल्टी स्टोरी कमर्शियल बिल्डिंग में आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम को हाइड्रोलिक मशीन का इस्तेमाल करना पड़ा।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सिविल लाइंस स्थित इंदिरा भवन में सोमवार सुबह अचानक आग लग गई। कई फ्लोर में धुआं भरने से लोग फंस गए, जिन्हें अग्निशमन कर्मियों ने रेस्क्यू करके सुरक्षित बाहर निकाला। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका। हालांकि चंद कागजात जलने के अलावा ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। मगर हादसे से लोगों में अफरा-तफरी मची रही। शार्ट सर्किट से डक्ट के इलेक्ट्रिक पैनल में आग लगी थी। कई घंटे तक बिजली गुल रहने से कारोबारी और ग्राहक परेशान रहे।
देखते ही देखे कई फ्लोर में धुंआ ही धुआं
महात्मा गांधी मार्ग पर इंदिरा भवन में बहुमंजिल इमारत है। इसके छठवें फ्लोर पर कोषागार व पावर ग्रिड कारपोरेशन का दफ्तर है। सातवें फ्लोर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण का कार्यालय है। एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर तक बिजली सप्लाई के लिए डक्ट बनाया गया है, जिसमें तार व केबल जाती है। साप्ताहिक कोरोना कफ्र्यू के बाद सोमवार को अलग-अलग विभाग के दफ्तर व दुकानें खुलींं, जिससे भीड़ अधिक थी। बताया जाता है कि सुबह करीब साढ़े 11 बजे अचानक डक्ट के इलेक्ट्रिक पैनल में शार्ट सर्किट से आग लग गई। इससे काफी धुआं निकलने लगा और देखते ही कई फ्लोर में धुंआ ही धुआं हो गया। लोग इधर-उधर भागने लगे, मगर धुएं के कारण उनका दम घुटने लगा। हादसे की खबर मिलते ही सिविल लाइंस पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम आनन-फानन में मौके पर पहुंच गई। करीब 20 अग्निशमन अधिकारी व कर्मचारी किसी तरह ऊपर चढ़े, फिर फंसे अधिकारियों, कर्मचारियों व आगंतुकों को सीढ़ी लगाकर सुरक्षित बाहर निकाला। प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी बिजली सप्लाई कटवाते हुए लिफ्ट को बंद करवा दिया, जिससे कोई बड़ा हादसा न हो। अग्निशनम कर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आरके पांडेय ने बताया कि शार्ट सर्किट से आग लगी थी, ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था। प्राधिकरण के सचिव दयानंद प्रसाद का कहना है कि भवन में अग्निशमन उपकरण की व्यवस्था थी, जिसके चलते आग नहीं फैली और थोड़ी देर में बुझा ली गई।
एक साल से खराब है हाईड्रोलिक मशीन
अग्निशमन विभाग ने पांच करोड़ रुपये में तीन साल पहले हाईड्रोलिक मशीन खरीदी थी। मशीन इटली से मंगवाई गई थी, जिसका इस्तेमाल ऊंची इमारतों में आग लगने पर किया जाता है। मगर हाइड्रोलिक मशीन करीब एक साल से खराब है। ऐसे में किसी दूसरी बड़ी बिल्डिंग में आग लगने पर दिक्कत हो सकती है। मशीन को बनाने के लिए इटली से इंजीनियर बुलाए जाने हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।