जेल में बंद माफिया दिलीप मिश्रा की पत्नी और बेटे के खिलाफ प्रयागराज में धोखाधड़ी की एफआइआर
दिलीप मिश्रा की पत्नी अर्चना मिश्रा तथा बेटे शुभम मिश्रा के खिलाफ प्रयागराज के औद्योगिक क्षेत्र थाने में धोखाधड़ी की एफआइआर लिखी गई है। आरोप है कि लवायन स्थित माया देवी स्मारक महाविद्यालय को सील किए जाने के बाद वहां शिक्षण कार्य संचालित कर धोखाधड़ी की जा रही है

प्रयागराज, जेएनएन। तकरीबन दो साल पहले गिरफ्तारी के बाद फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद माफिया दिलीप मिश्रा की पत्नी अर्चना मिश्रा तथा बेटे शुभम मिश्रा के खिलाफ प्रयागराज के औद्योगिक क्षेत्र थाने में धोखाधड़ी की एफआइआर लिखी गई है। आरोप है कि लवायन स्थित माया देवी स्मारक महाविद्यालय को सील किए जाने के बाद वहां शिक्षण कार्य संचालित कर धोखाधड़ी की जा रही है। मुकदमा सड़वा चौकी प्रभारी ने लिखाया है।
औद्योगिक थाना क्षेत्र के लवायन कला गांव निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा की अचल संपत्ति को दो साल पहले गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत कुर्क किया गया था। महाविद्यालय को भी ढहाने के लिए पुलिस-प्रशासन जेसीबी लेकर पहुंचा था, लेकिन कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पूरा प्रशासनिक अमला लौट गया था। एफआइआर के मुताबिक, प्रो. राजेंद्र प्रसाद (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय प्रशासन से लवायन कला गांव स्थित माया देवी स्मारक महाविद्यालय को सील किए जाने की कार्रवाई को छिपाकर संचालित किया जा रहा था। छात्र-छात्राओं का प्रवेश भी लिया जा रहा था। प्रत्राचार के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन महाविद्यालय के सील किए जाने की जानकारी अनभिज्ञता जताई है। इंस्पेक्टर औद्योगिक क्षेत्र संजीव चौबे का कहना है कि विश्वविद्यालय से चोरी छिपे महाविद्यालय संचालित करने के आरोप में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री नंदी पर हमला कराने का भी है आऱोपित
चाका के पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्र को जून 2020 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब पुलिस ने लवायन स्थित दिलीप के घर में इनामी शूटर को असलहे के साथ गिरफ्तार किया था। उसके बाद दिलीप की तलाश शुरू की गई थी। दिलीप के पुत्र शुभम को भी जेल भेजा गया था जो जमानत पर छूटा था। दिलीप के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उस पर मौजूदा कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी पर 12 जुलाई 2010 को रिमोट बम से धमाका कर जानलेवा हमला करने के आरोप में मुकदमा है। तब नंदी हमले में जख्मी हुए थे जबकि तीन लोगों की मौत हो गई थी।
डाक्टर बंसल हत्याकांड में रहा मददगार
दिलीप को पुलिस ने डाक्टर एके बंसल मर्डर केस में भी आरोपित बनाया है। डाक्टर बंसल की हत्या में गिरफ्तार प्रतापगढ़ के शूटर शोएब ने पूछताछ में बताया था कि जेल में बंद एडमीशन माफिया आलोक सिन्हा ने मुकदमा लिखाकर जेल भेजवाने की खुन्नस में डाक्टर के कत्ल की साजिश रची। इसके लिए तब जेल में साथ बंद रहे दिलीप मिश्रा से मदद ली जिसने शूटरों और असलहों का इंतजाम अपने कनेक्शन से कराया था।

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