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    DPRO Prayagraj: शौचालय के लिए पोर्टल पर होगा आवेदन, और फिर खाते में जाएगी धनराशि

    By Ankur TripathiEdited By:
    Updated: Fri, 08 Oct 2021 01:00 PM (IST)

    जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) आलोक कुमार सिन्हा ने दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में लोगों की समस्याएं सुनीं और उसके निस्तारण के लिए त्वरित कार्रवाई ...और पढ़ें

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    शौचालयों के लिए अब ग्राम प्रधानों के चक्कर नहीं लगाने हैं। इसके लिए uppanchayatiraj.nic.in पोर्टल पर आवेदन करें।

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में गुरुवार को जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) आलोक कुमार सिन्हा मौजूद थे। उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं और उसके निस्तारण के लिए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिए। ज्यादातर शिकायतें शौचालयों के नहीं मिलने और ओडीएफ से संबंधित थीं। उन्होंने बताया कि शौचालयों के लिए अब ग्राम प्रधानों के चक्कर नहीं लगाने हैं। इसके लिए uppanchayatiraj.nic.in पोर्टल पर आवेदन करें। जांच के बाद दो किस्तों में 12 हजार रुपये की धनराशि सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगी।

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    सवाल-जवाब के अंश:

    सवाल: गांव ओडीएफ घोषित है लेकिन, करीब 80 फीसद शौचालय नहीं बने। पंचायत भवन में बैठने की जगह नहीं है। शौचालय के लिए 12 हजार रुपये मिलता है। जो लोग छूट गए हैं, उन्हें शामिल करने के लिए क्या व्यवस्था है। पिछली बार शौचालय नहीं मिला तो क्या इस बार मिल जाएगा। शास्त्री ब्रिज से अंदावा तक शौचालय और यात्री शेड नहीं है। शौचालय नहीं बना।

    रामचंद्र पटेल, ढोकरी फूलपुर, नागेंद्र प्रताप सिंह, मेजा गांव, नरेंद्र कुमार कुशवाहा, दगवां जारी बाजार, विनय सिंह, झूंसी, राजेश कुमार, गोगरा तरहार जसरा

    जवाब: शौचालय के लिए पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। उसमें खाता संख्या और आधार कार्ड लगाना होगा। जांच के बाद दो किस्तों में 12 हजार रुपये सीधे खाते में चला जाएगा। यात्री शेड की सुविधा विभाग के पास नहीं है।

    सवाल: कुछ जगहों पर निविदा न कराकर काम करा लिया जाता है। काम में अनियमितता भी रहती है।

    विनय कुमार, शंकरगढ़

    जवाब: ग्राम प्रधान से कार्यों से संबंधित कोई शिकायत हो तो शपथ पत्र पर तीन प्रतियों में डीएम को संबोधित शिकायती पत्र दें। अधिकारी नामित करके जांच कराई जाएगी। दोषी मिलने पर कार्रवाई होगी।

    सवाल: ग्राम प्रधान का खाता बैंक में खुल गया है लेकिन, तकनीकी दिक्कत के कारण पैसा न निकल पाने से कोई काम नहीं हो रहा।

    अनिल कुमार यादव, गनीपुर श्रृंगवेरपुर

    जवाब: विभागीय पोर्टल पर तकनीकी कारणों से भुगतान नहीं हो रहा है। जल्द निस्तारण कराया जाएगा।

    सवाल: नाली बनवाने के लिए परेशान हैं लेकिन, बन नहीं पा रही। जलभराव होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। नाली खुली ग्राम प्रधान ने छोड़वा दिया है। बहुत दिक्कत है। शौचालय नहीं बन पाया। खड़ंजा ध्वस्त हो गया है।

    नीरज यादव, प्रतापपुर, प्रमोद त्रिपाठी, कसारी कौड़िहार, गिरिजाशंकर तिवारी कनेहटी फूलपुर

    जवाब: मौके पर जांच कराकर ग्राम पंचायत के माध्यम से निराकरण कराया जाएगा। काम पूरा कराया जाएगा। सत्यापन कराकर ग्राम पंचायत से काम कराया जाएगा।

    सवाल: सफाईकर्मी सफाई के नाम पर खानापूर्ति करता है। नालियां बजबजा रही हैं। ग्राम पंचायत भवन 40-50 साल पहले का है, जर्जर हो गया है। एसडीएम से भी शिकायत की पर समस्या का निराकरण नहीं हुआ।सफाईकर्मी आते हैं लेकिन काम करने से मना करते हैं। सफाईकर्मी नहीं आता है। नाली गंदगी से पटी हैं। नौ सफाईकर्मी हैं मगर, गांव में नहीं आते हैं।

    शुभम कुमार मिश्रा, अवर्ता सैदाबाद, चंद्र प्रकाश केसरवानी सहसों ग्राम, शिवशंकर मिश्र खदरहना का पूरा उरुवा

    जवाब: सफाईकर्मी के काम की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। जांच कराकर वेतन रोका जाएगा। टीम भेजकर सफाई कराई जाएगी। सफाईकर्मियों का नाम दीजिए। उनका वेतन काटा जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।

    सवाल: पंचायत भवन का मरम्मतीकरण हो रहा है। लेकिन, टाइल्स और निर्माण की गुणवत्ता खराब है। पंचायत भवन ऐसी जगह बना दिया गया कि आने-जाने का रास्ता ही नहीं है।

    चंद्र बिंद, प्रतापपुर, देवेंद्र पांडेय, देवना प्रतापपुर

    जवाब: तकनीकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। बिल्डिंग दूसरी नहीं बन सकती। आने-जाने के रास्ते की व्यवस्था की जाएगी।

    सवाल: डेढ़-दो महीने पहले पानी की टंकी लगी लेकिन, लीकेज होने से पानी बह जाता है। जंघई बाजार में हैंडपंप दो महीने से खराब है। प्रधान एवं बीडीसी से शिकायत की लेकिन, बना नहीं।

    वीरेंद्र यादव, कुसुंगुर बहरिया, बबादीन यादव, नेदुला जंघई बाजार

    जवाब: जलनिगम के अधिकारियों से बात करके उसे ठीक कराया जाएगा। हैंडपंप भी दुरुस्त कराया जाएगा।

    सवाल: गांव ओडीएफ हो गया मगर गंदगी फैली रहती है। शौचालय के लिए आवेदन किया था, अभी तक पैसा नहीं मिला। शौचालय की व्यवस्था कम है। शौचालय बन नहीं रहा है।

    राजाराम प्रजापति, सरवाडीह फूलपुर, दीपांकर मिश्रा, ताजुद्दीनपुर थरवई, योगेंद्र नारायण शुक्ला, आदमपुर कौड़िहार

    जवाब: जब ओडीएफ हुआ तो उस समय के सर्वे के अनुसार हुआ था। किसी का बचा है तो पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा ले।

    सवाल: न नाली न सड़क की व्यवस्था है। बीडीओ से शिकायत की गई लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई।

    राहुल कुमार, ताजुद्दीनपुर

    जवाब: जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

    सवाल: आवास आवंटित था लेकिन अपात्र दिखाकर काट दिया गया। शिकायत किया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

    - बलराम कुमार कोटार्य देवरा कौंधियारा

    जवाब: संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा।