Diwali 2022: आज दिन भर होगी खरीदारी, शाम तक दीपावली के प्रमुख बाजार रहेंगे गुलजार
Deepawali 2022 कोरोना के चलते दो वर्ष तक त्योहार का जो सूनापन रहा इस दीपावली पर उसकी पूरी कसर निकलती दिख रही है। अच्छी बिक्री की आस लगाए दुकानदारों के चेहरे अच्छी बिक्री से खिले हैं। सड़क पर रंगोली के रंग मिट्टी के दीये रुई आदि की दुकानें सजी हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। Diwali 2022 दीपावली की खरीदारी यूं तो पिछले कई दिनों से हो रही है लेकिन आज सोमवार को मुख्य पर्व पर बाजार में भीड़ चरम पर रहेगी। छोटी दीपावली पर देर रात तक बाजार गुलजार रहे। दीपावली पर्व पर आज सुबह से फिर दुकानें सज गई हैं। पटाखे, लाई-लावा, चीनी की मिठाई, चूड़ा, आदि की दुकानाें पर भीड़ लगनी शुरू हो गई है। मिठाई के कई आइटम भी दुकानों में सजे हैं। वहीं माला-फूल भी बिक रहे हैं। पूजन से पहले शाम तक खरीदारी होगी।
बाजार सुबह से गुलजार : प्रयागराज शहर के मुख्य मार्केट चौक, कटरा, सिविल लाइंस के अलावा कोठापारचा, कीडगंज, बैरहना, दारागंज, मुट्ठीगंज, बहादुरगंज, राजापुर, धूमनगंज सहित अन्य बजार में रविवार की देर रात तक खरीदारी हुई। वहीं सोमवार की सुबह से फिर दुकानें सज गई हैं। फुटपाथ पर लाई, लावा, मिट्टी के दीये की दुकानों पर भीड़ लग गई है। तरह-तरह के गणेश-लक्ष्मी को लोग खरीद रहे हैं।
कोरोना काल में दो वर्षों का सूनापन दूर : कोरोना के चलते दो वर्ष तक त्योहार का जो सूनापन रहा, इस दीपावली पर उसकी पूरी कसर निकलती दिख रही है। महिलाओं का ज्यादा जोर लड्डू गोपाल और भगवान के गोटेदार वस्त्र खरीदने पर है। कई दिनोें से अच्छी बिक्री की आस लगाए दुकानदारों के चेहरे अच्छी बिक्री से खिले हैं। सड़क पर चादर बिछाकर रंगोली के रंग, मिट्टी के दीये, रुई और बच्चों के लिए चुटपुटिया गन की दुकानों पर भीड़ है।
चौक, कटरा में सर्वाधिक भीड़ : ग्राहकों की भीड़ सबसे ज्यादा चौक और कटरा की बजार में आज शाम तक खरीदारी होगी। कटरा में नेतराम चौराहा से यूनिवर्सिटी मार्ग, लक्ष्मी टाकीज सब्जी मंडी मार्ग पर सजावटी सामान, इलेक्ट्रानिक आइटम, लक्ष्मी-गणेश, बंदरवार, गोटे, भगवान और उनके वस्त्र, सिंहासन, रुई, मिट्टी के दीये, लाई, लावा, चीनी के खिलौने, गट्टे, रंगोली सामग्री, दीवारों पर सजाने के लिए सीनरी फ्रेम, मेज कुर्सियां और मिठाई की दुकानें सजी हैं। उधर चौक घंटाघर, बजाजा पट्टी, फल मंडी और जीरो रोड पर भी दुकानें लगी हैं। चौक में शहीदी नीम के नीचे भगवान के श्रृंगार सामग्री की बिक्री तेज है। वस्त्र, मुकुट, सिंहासन, शंख, घंटी और जल चढ़ाने के लिए तांबे के बर्तन भी दुकानों पर मौजूद हैं। लाई फुटकर में 70 रुपये किलो और लावा 120 रुपये किग्रा के रेट से बिक रहा है।