आकर्षक पूजा पंडालों में गजानन की स्तुति को भक्त लीन
नगर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित पूजा पंडालों में गणेश महोत्सव शुरू हो चुका है। दूसरे दिन शुक्रवार को भी भक्तों ने पूजन-अर्चन के साथ गजानन की स्तुति की।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि पर विघ्नहर्ता, प्रथम पूज्य गजानन गणेश की स्तुति का दौर आरंभ हो गया। महाराष्ट्र की तर्ज पर प्रयाग में जगह-जगह गणेश पूजा पंडाल सजाए गए हैं। हर पंडाल में गुरुवार को गणपति बप्पा विराजमान हो गए। ढोल-नगाड़ों की थाप पर 'गणपति बप्पा मोरया' का उद्घोष करते हुए भक्तों ने भगवान गणेश की 'ऊं गं गणपतये नम:' का उच्चारण करते हुए प्रतिमा स्थापित करने के बाद यम-नियम से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन-अर्चन किया। पुष्पांजलि अर्पित कर मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद मांगा।
सार्वजनिक गणेश महोत्सव पुराना बैरहना में संयोजक आशीष पांडेय के नेतृत्व में गजानन की 11 फीट की प्रतिमा स्थापित कर आचार्य चोटी पंडित के आचार्यत्व में विधिवत पूजन किया गया। उन्हें मेवा व लड्डू का भोग लगाया गया। पंडाल में पांच दिनों तक पूजन होगा। प्रदीप पांडेय, कैलाश चंद्र पांडेय, राहुल, पवन श्रीवास्तव मौजूद रहे। महाराष्ट्रीय तरुण मंडल का गणेश पूजन राघवेंद्र आचार्य के संयोजन में आरंभ हुआ। सार्वजनिक गणपति उत्सव मंडल प्रयाग गणेश पूजन श्रद्धा से आरंभ हुआ। वहीं रंगारंग कमेटी, बादशाहीमंडी के तत्वावधान में आठवां गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना मंत्रोच्चार के साथ हुई। ऋषिराज ओझा के नेतृत्व में गजानन का पूजन हुआ, जिसमें आयुष, छोटू, पीयूष, गोरे, सुशील, अनिल, प्रशांत ओझा, वासुदेव ओझा, सोमू पाल, पेटू पाल, रवि पाल, राजू श्रीवास्तव शामिल रहे।
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गणपति की भक्ति में रमे मराठी
गणेशोत्सव को लेकर वैसे तो हर वर्ग के लोग उत्साह व उमंग से लबरेज हैं। परंतु मराठी समुदाय के लोगों में खुशी कुछ अधिक नजर आ रही है। महाराष्ट्र लोकसेवा मंडल के अलोपीबाग स्थित पूजा पंडाल में सुबह से गणेशोत्सव की धूम रही। विधि-विधान से गणपति प्रतिमा स्थापित करने के बाद सभी भजन-कीर्तन में लीन हो गए। यहां दस दिनों तक निरंतर धार्मिक व सांस्कृतिक अनुष्ठान होते रहेंगे।
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गणपति को चढ़ेगा पंच खाद्य
गणेश पूजा के लिए मराठी समुदाय के लोगों ने पंच खाद्य नामक विशेष मोदक तैयार किया है। भक्त सतीश पुराणिक बताते हैं कि गणेश जी को मोदक बहुत पसंद है। यही कारण है कि हम उन्हें अर्पित करने के लिए चीनी, गरी, पोस्ता दाना, किसमिस, इलायची का 'पंच खाद्य' मोदक तैयार करते हैं। मोदक के अलावा गणेश जी का प्रिय केला, नारियल, गन्ना गरी का भोग उन्हें प्रतिदिन लगाया जाएगा।
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खाने-पहनने पर विशेष ध्यान
गणेशोत्सव के दौरान मराठी समुदाय के लोग खाने व पहनने पर विशेष ध्यान देते हैं। मराठी पुरुष कुर्ता-पायजामा व महिलाएं साड़ी पहनकर प्रतिदिन पूजन में शामिल होंगे। जबकि प्याज, लहसुन, दही, मूली, मांस-मदिरा का सेवन नहीं करते। पूरे उत्सव के दौरान सारे मराठी सादा व सात्विक भोजन करते हैं।
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चहुंओर गूंजा गणपति बप्पा मोरया..
गणेश चतुर्थी पर गुरुवार को नैनी क्षेत्र के कई मोहल्लों में प्रथम पूज्य भगवान गणेश की मूर्ति विधि-विधान से स्थापित कर दी गई। इसी के साथ एक सप्ताह तक चलने वाला गणेश उत्सव आरंभ हो गया। पंडालों में विघ्नहर्ता सिद्धिविनायक के विराजमान होते ही भक्तों ने गणपत्ति बप्पा मोरया.. के नारे लगाना शुरु कर दिए। भक्तों ने गाजे-बाजे के साथ पंडाल में मूर्ति स्थापित किया। क्षेत्र के गणपति नगर मोहल्ले में गणेश उत्सव के पहले दिन सपा नेता बब्बन दुबे ने पंडाल में स्थापित भगवान श्री गणेश की विधिपूर्वक पूजा अर्चना की। यह पंडाल शुआट्स में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं द्वारा सजाया गया। सुबह से ही श्रद्धालु ढोल-ताशे व नगाड़े की धुन पर गणेश प्रतिमा को पूजा पंडाल तक ले जाने में जुटे रहे। शाम होते ही क्षेत्र के लोग भगवान गणेश का दर्शन करने के लिए परिवार समेत निकलते दिखाई पड़े। वहीं सब्जी मंडी, काजीपुर, त्रिवेणी नगर, श्रमिक बस्ती आदि मोहल्ले में स्थापित प्रतिमा की लोगों ने पूजा कर गणेश उत्सव का शुभांरभ किया। शाम को पंडालों में आरती की गई।
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स्थापना के साथ शुरु हुई गणेश पूजा
झूंसी स्थित आवास विकास कॉलोनी योजना तीन में गुरुवार की सुबह गणेश जी की मूíत की स्थापना के साथ दस दिवसीय पूजन कार्यक्रम शुरू हो गया। देर शाम भजन आरती व प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर श्री सिद्धिविनायक पूजा कमेटी की अध्यक्ष सत्या तिवारी के साथ इंद्रमणि प्रसाद, सता देवी, कुसुमलता, गंगेश, डॉ. विजयानंद, चंद्रकरण तिवारी, प्रभाकर दुबे, वाईपी ¨सह, पद्मा त्रिपाठी, डॉ. केके मिश्रा, पं. देवकी नंदन सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।