Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Delhi and Hawrah Railway Rout: प्रयागराज जंक्शन से राेज गुजरती हैं 150 ट्रेनें, ट्रैक किनारे मवेशी बजा रहे खतरे की घंटी

    By Brijesh SrivastavaEdited By:
    Updated: Thu, 18 Feb 2021 11:31 AM (IST)

    Delhi and Hawrah Railway Rout प्रयागराज जंक्‍शन के प्‍लेटफार्म नंबर एक व दो के बीच ट्रैक पर मंगलवार को अचानक एक मवेशी आ गया। इस बीच एक टॉवर वैगन आया त ...और पढ़ें

    Hero Image
    प्रयागराज जंक्‍शन के पास रेलवे ट्रैक के पास पहुंचा मवेशी तो हड़कंप मच गया।

    प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जंक्शन अति व्‍यस्‍त रेलवे स्‍टेशनों में से एक है। यहां दिल्‍ली-कोलकाता समेत विभिन्‍न रूटों पर करीब 150 ट्रेनों का प्रतिदिन आवागमन होता है। ऐसे में जंक्‍शन के प्लेटफार्म के आसपास बेसहारा मवेशी खतरे की घंटी भी बजा रहे हैं। इस ओर अतिरिक्‍त सावधानी बरतने की रेल प्रशासन को आवश्‍यकता है। क्‍योंकि अनदेखी करने से हादसे को आमंत्रित ही करना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रयागराज जंक्‍शन के प्‍लेटफार्म नंबर एक व दो के बीच ट्रैक पर मंगलवार को अचानक एक मवेशी आ गया। इस बीच एक टॉवर वैगन आया तो मवेशी भागने लगा। यह देखकर वहां खलबली मच गई। कर्मचारियों ने उसे मशककत के बाद रेलवे ट्रैक से दूर भगाया।

    अधिकारियों का कहना है कि जांच और कार्रवाई होगी

    नई दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग के ट्रैक किनारे आसपास के बेसहारा मवेशी भटकते हैं। अक्सर रेलवे लाइन पर भी आ जाते हैं। पालतू पशुओं को भी पशुपालक चराने निकलते हैं। इन बेजुबानों पर उनका कोई नियंत्रण नहीं होता। रेलवे ट्रैक पर मवेशियों को आने से रोकने के लिए अधिकांश ट्रैक पर बाड़ का इंतजाम न होने से रेलवे पटरी पर अक्सर बेसहारा मवेशी किसी न किसी ट्रेन की चपेट में आ जाते हैं। लापरवाही की हद तो तब होती है, जब एनसीआर मुख्यालय के प्रमुख रेलवे स्टेशन प्रयागराज जंक्शन पर ही ट्रैक पर मवेशी ट्रैक पर टहलते हैं। जबकि यहां बड़ी संख्या में स्टाफ भी है। कभी भी हादसा हो सकता है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच होगी। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी।

    14 फरवरी को भी भटक रहे थे दो मवेशी

    14 फरवरी की दोपहर प्लेटफार्म नंबर छह के पास रेलवे ट्रैक किनारे दो मवेशी पहुंच गए थे। हालांकि कर्मचारियों ने उन्हें भगाया। लेकिन, यात्रियों में चर्चा थी कि दोनों मवेशी कैसे आ गए। यहां के कर्मचारी कहां थे। उनका कहना था कि ऐसी लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है। इसकी अनदेखी हादसे की वजह भी बन सकती है।