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    गोपाष्टमी पर हुआ गो माता का पूजन, इस्कान मंदिर प्रयागराज में सजी गायें और आयोजित की गई प्रतियोगिता

    By Amlendu TripathiEdited By: Ankur Tripathi
    Updated: Tue, 01 Nov 2022 08:17 PM (IST)

    गाे आश्रय इस्कान प्रयागराज की गोशाला में मंगलवार को गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मना। बच्चों को गायों से जोड़ने के लिए दूध पीने सेल्फी विथ काऊ पोस्टर मेकिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। साथ ही गो पूजा दीपदान व यमुना आरती का आयोजन हुआ।

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    गाे आश्रय इस्कान प्रयागराज की गोशाला में मंगलवार को गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मना।

    प्रयागराज, जेएनएन। गोपाष्टमी पर मंगलवार को गो माता का पूजन किया गया। विश्व हिंदू परिषद द्वारा संचालित गोधाम में सभी गायों को तिलक लगाकर आरती की गई। उन्हें गुड़ भी खिलाया गया। इसके बाद गोधाम के अध्यक्ष अशोक देवड़ा की अध्यक्षता में सभा हुई। इसमें बताया गया कि इस गोशाला का स्थापना 1996 में स्व. अशोक सिंहल, स्व. ठाकुर गुरुजन सिंह, स्व. विजयराजे सिंधिया ने की थी।

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    गोशाला का उद्देश्य बेसहारा गोवंश को संरक्षण देना था। देवड़ा ने बताया कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी मनाई जाती है। गोरक्षा के प्रांत मंत्री लालमणि तिवारी ने कहा कि हम सब को गोवंश के संवर्धन के लिए प्रयास करना होगा। इस मौके पर सुरेश अग्रवाल, विवेक पांडेय, हनुमान उपाध्याय, अश्वनी मिश्रा, विजय अग्रवाल, विष्णु दुबे आदि मौजूद रहे।

    इस्कान में पूजी गईं गायें, आयोजित की गई प्रतियोगिताएं

    प्रयागराज। गाे आश्रय इस्कान प्रयागराज की गोशाला में मंगलवार को गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मना। बच्चों को गायों से जोड़ने के लिए दूध पीने, सेल्फी विथ काऊ, पोस्टर मेकिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। साथ ही गो पूजा, दीपदान व यमुना आरती का आयोजन हुआ।

    गायों के संरक्षण के लिए अपने जीवन का भाग बनाना जरूरी

    इस्कान के अध्यक्ष अच्युत मोहन दास ने बताया कि कैसे गायों के संरक्षण के लिए उन्हें अपने जीवन का भाग बनाना आवश्यक है। वैदिक समाज गायों एवं उनके उत्पादों पर केंद्रित होने के कारण समृद्ध थे। गोशाला प्रबंधक प्रभात प्रभु ने गो सेवा के अनेक माध्यमों से अवगत कराया। इस दौरान अजय राम दास, दीनदयाल कृष्ण दास, भक्त जय, चंद्रमा, दीपक इत्यादि उपस्थित रहे। इस उपलक्ष्य पर नए पुस्तक स्टोर का शुभारंभ भी किया गया।