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    Success Story: अरबपति अलख पांडेय जिन्हें कभी पापा से मिलती थी डांट, वजह जानिए आप भी

    By Ankur TripathiEdited By:
    Updated: Thu, 09 Jun 2022 05:31 PM (IST)

    फिजिक्स वाला चैनल से चर्चित अलख की मां रजत पांडेय ने जागरण को बताया कि अलख के पापा सतीश उसके घर से बाहर रहने पर नाराज होते तो मैं उनको समझाती थी। बाद में अलख डिबेट और खेलों में ट्राफी लेकर आने लगा तो उसके पापा का व्यवहार बदल गया।

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    अलख पांडेय कभी देर से घर लौटने पर पिता की डांट के डर से सहमे रहते थे।

    प्रयागराज, जेएनएन। बीटेक की पढ़ाई छोड़कर टयूशन मास्टर और फिर कोचिंग में पढ़ाने वाले अलख पांडेय का यू टयूब चैनल फिजिक्स वाला और उनकी कंपनी यूनिकार्न घोषित होने के बाद वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। मगर अरबपति कंपनी के मालिक बन चुके अलख पांडेय कभी देर से घर लौटने पर पिता की डांट के डर से सहमे रहते थे। बाद में उनका टैलेंट देख पिता का व्यवहार बदला और आज वह कामयाब शख्स हैं।

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    फिर डांट की बजाय मिलने लगी पापा से शाबासी

    फिजिक्स वाला चैनल से चर्चित हो चुके अलख की मां रजत पांडेय ने जागरण को बताया कि अलख के पापा सतीश पांडेय उसके घर से बाहर रहने पर नाराज होते थे तो मैं उनको समझाती थी। बाद में अलख डिबेट और खेलों में ट्राफी लेकर आने लगा तो उसके पापा का व्यवहार बदल गया। अब उनको डांट नहीं शाबासी मिलती थी। एक बार रोटरी क्लब में हुए डिबेट कंपटीशन में रात हो गई तो उसके पापा खुद लेने गए, जहां उसने ट्राफी जीती थी।

    बच्चे कुछ बन जाएंगे तो खरीद लेंगे ऐसा 10-12 मकान

    वह बताती है कि पहले साउथ मलाका में मकान था, जिसे बच्चों की पढ़ाई के लिए बेचना पड़ा। उस वक्त मैने यह सोचा कि बच्चे पढ़ लिख लेंगे तो ऐसे 10-12 मकान खरीद लेंगे। मेरे बेटे ने मेरे सपने को हकीकत में बदल दिया। अब वाकई कई मकान नहीं कई महल खरीद सकते हैं। जितनी खुशी मेरे बेटे ने मुझे दी है, उसको ही संभालना मुश्किल है।

    बेटे की पसंद की बहू घर में लाएगी रौनक

    बेटे की शादी के सवाल पर रजत पांडेय ने कहा कि अब बेटे की जल्द से जल्द शादी करनी है। मैंने बेटे और बेटी दोनों से पहले ही कह दिया था कि वह अपनी पसंद से शादी करें। मेरी बहू मेरे बेटे की पसंद की है और वह इस घर को रौनक से भर देगी।

    छोटे-छोटे प्रोजेक्ट बनाने की बचपन से थी आदत

    रजत पांडेय कहती है कि होनहार विरवान के होत चीकने पात। यह कहावत बेटे पर सटीक बैठती है। बचपन से ही वह हरफनमौला रहा है। उसकी हर आदत सधी हुई थी। वह संतुलित, मेहनती और माता पिता की इज्जत करने वाला बेटा है। मुझे बेटे की सफलता पर गर्व है और ऐसे बेटे की मां होने का भी फक्र है।