विदेशी दुल्हनिया लेकर आया कौशांबी का बलराम, पढ़िए तीन देशों से जुड़ी यह प्रेम कहानी
करीब 12 साल पहले बलराम जार्डन में नौकरी के लिए गया। वहां कपड़े बनाने वाली कंपनी अटलांटा में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो की मधुशा भी काम करती थी। साथ काम करने के दौरान उन दोनों के बीच प्रेम हो गया। फिर वे दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे

प्रयागराज, जेएनएन। 12 साल तक लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले प्रेमी जोड़े की तीन देश के बीच पनपी प्रेम कहानी कौशांबी आकर पूरी हो गई। कौशांबी के कड़ा धाम का बलराम सऊदी देश जार्डन में काम करने के दौरान श्रीलंका की मधुशा से मिला और उनके बीच प्यार हो गया। दोनों ने कुछ समय पहले श्रीलंका में कोर्ट मैरिज की थी। घरवालों की इच्छा पर बलराम अपनी दुल्हनिया को विदेश यहां घर ले आया और फिर हिंदू रीति रिवाज के साथ रिश्तेदारों और करीबियों की मौजूदगी में सात फेरे लिए। विदेशी दुल्हन पाकर घर-परिवार में खुशियों का महौल है तो आसपास के लोग भी कौतुहल से दुल्हन को देखने पहुंच रहे हैं। खासतौर पर महिलाएं बलराम की दुल्हनिया को देखने के लिए आ रही हैं।
भारत के बलराम और श्रीलंका की मधुशा के बीच सऊदी अरब में पनपा प्यार
कड़ा धाम कोतवाली के फरीदगंज निवासी लल्लू राम ठेकेदारी करते थे। लल्लू का निधन होने पर लगभग 12 साल पहले उनका मंझला बेटा बलराम सऊदी अरब के देश जार्डन में नौकरी के लिए गया। वहां कपड़े बनाने वाली कंपनी अटलांटा में काम करने लगा। उसी कंपनी में पड़ोसी देश श्रीलंका की कोलंबो की मधुशा भी काम करती थी। साथ काम करने के दौरान उन दोनों के बीच प्रेम हो गया। फिर वे लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। करीब 12 साल साथ रहने के बाद तीन महीने पहले बलराम मधुशा के साथ श्रीलंका गया। वहां दोनों ने मधुशा के घरवालों की मौजूदगी में कोर्ट मैरिज कर ली। बलराम और उसके परिवार की इच्छा थी कि वह अपने गांव-समाज के सामने हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह रचाए।
श्रीलंका से यहां आकर दोबारा किया विवाह और लिए सात फेरे
बलराम ने यह बात मधुशा से की तो वह भी राजी हो गई। मधुशा ने पति की इच्छा का सम्मान करते हुए भारत आने का फैसला कर लिया। काफी प्रयास के बाद 27 अप्रैल को उसे तीन महीने के लिए भारत आने के लिए टूरिस्ट वीजा मिल गया। यहां आकर बलराम ने शादी की तैयारी शुरू कर दी। पूरी तैयारी होने के बाद शनिवार को बलराम के घर में धूमधाम से वैवाहिक कार्यक्रम हुआ। विदेशी दुल्हन के साथ बलराम का विवाह देखने के लिए तमाम रिश्तेदारों के साथ ही आसपास के लोग भी जुटे।। मधुशा और बलराम ने एक-दूसरे को फूलों की माला पहनाई, फिर सात फेरे भी लिए। बलराम के घरवाले विदेशी बहू के व्यवहार से काफी प्रसन्न हैं।
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