Atiq Ahmed: पांच हजार करोड़ से ज्यादा है अतीक की संपत्ति, दिल्ली समेत कई शहरों के होटलों में साझेदारी
अतीक ने रेलवे के ठेकों और जमीन के कारोबार से अरबों रुपये कमाकर देश भर में बड़े बिल्डर के साथ रीयल एस्टेट में पैसा लगा रखा है। अहमदाबाद जयपुर मुंबई दिल्ली बंगलुरू हैदराबाद जैसे कई शहरों में उसने होटलों में भी साझेदारी कर रखी है।
प्रयागराज, अंकुर त्रिपाठी। योगी शासन में माफिया विरोधी अभियान के तहत मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर भी शिकंजा कसा गया लेकिन इन दोनों का साम्राज्य अभी ढहा नहीं है। मुख्तार और अतीक अहमद गिरोह के बीच तगड़ा कनेक्शन रहा है। पूर्वांचल में अतीक को मुख्तार गैंग से मदद मिलती रही तो प्रयागराज और आसपास के जनपदों में अतीक हमेशा से मुख्तार के लिए सहायक रहा है। दोनों गिरोह एक-दूसरे के गुर्गों को हर तरह से मदद करते रहे हैं।
अभियान के दौरान शासन-प्रशासन ने अतीक को एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की आर्थिक चोट पहुंचाने का दावा किया है लेकिन कहा जाता है कि उसकी मिल्कियत और बेनामी संपत्तियां पांच हजार करोड़ से ज्यादा है जिसके बारे में एजेंसियां पता नहीं लगा पा रही हैं।
प्रयागराज में दो गिरोह का पिछले तीन दशक से मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद गिरोह का दबदबा रहा है। इन दोनों गिरोह के आगे बाकी गैंग कहीं टिकते नहीं। सरकारी ठेके हों या रीयल एस्टेट का कारोबार। तूती तो मुख्तार और अतीक गैंग की ही बोलती रही। बिना इनकी अनुमति के ठेके उठते ही नहीं। किसी ने मनमानी करनी चाही तो ठेका मिलना दूर की बात, उसका जीना मुश्किल हो जाता। इसलिए अतीक और मुख्तार एक-दूसरे के इलाके में कभी दखल नहीं करते बल्कि हमेशा बैकअप देते रहे।
अतीक के शूटरों को मऊ, गाजीपुर, बलिया में पनाह मिलती और मुख्तार के गुर्गे अपराध करने के बाद प्रयागराज में शरण लेते रहे। इस तरह से दोनों माफिया का वर्चस्व बना रहा और वे फिरौती उगाही, ठेकों, जमीन कब्जे के जरिए दौलत बनाते रहे। मौजूदा वक्त में अतीक को पांच हजार करोड़ का माफिया बताया जा रहा है।
पुलिस-प्रशासन ने प्रयागराज में धूमनगंज, पूरामुफ्ती, पिपरी, खुल्दाबाद और लखनऊ में अतीक की एक हजार रुपये से ज्यादा की जमीन-जायदाद कुर्क करने का दावा किया है। मगर अतीक के ही करीबी कहते हैं कि यह तो माफिया की कुल दौलत का पांचवां हिस्सा ही है।
अतीक ने रेलवे के ठेकों और जमीन के कारोबार से अरबों रुपये कमाकर देश भर में बड़े बिल्डर के साथ रीयल एस्टेट में पैसा लगा रखा है। अहमदाबाद, जयपुर, मुंबई, दिल्ली, बंगलुरू, हैदराबाद जैसे कई शहरों में उसने होटलों में भी साझेदारी कर रखी है। इंदौर से लेकर नोएडा तक कई संस्थान में भी उसकी पार्टनरशिप है।