अतीक अहमद के नाम से आईडी बनाकर अपलोड की जा रही रील, पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
उमेश पाल हत्याकांड के बाद लगातार अतीक अहमद का खौफ लोगों में जगाने की कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में अतीक के नाम से इंस्टाग्राम पर रील बनाकर शेयर किय ...और पढ़ें

प्रयागराज, तारा चंद्र गुप्ता। ‘अतीक अहमद निकलते हैं, तो बड़े-बड़े हिल जाते हैं। गोली मारो या बम, नहीं निकलेगा अतीक का दम’। सामने अतीक की तस्वीर और पीछे से ऐसा डायलाग सुनाई देती हुई रील इंस्टाग्राम पर पोस्ट हुई है। रील में अतीक के काफिले का वीडियो भी एडिट करके डाला गया है। विभिन्न मुद्राओं वाली और पुलिस कर्मियों के साथ वाली अतीक की फोटो को भी रील में शामिल है। मंगलवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट हुई यह रील इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई।
रील पर तमाम युवक कर रहे टिप्पणी
चौंकाने वाली बात यह है उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के बाद भी इंस्टाग्राम पर अतीक अहमद के नाम से आईडी बनाकर ऐसी रील अपलोड की जा रही है, जिस पर तमाम युवक लगातार टिप्पणी कर रहे हैं। प्रसारित वीडियो से पता चला है कि इंस्टाग्राम पर ‘अतीक अहमद सांसद जी और अतीक अहमद यूपी 70’ के नाम से दो एकाउंट बनाए गए हैं। इसमें दो मार्च, चार मार्च और नौ मार्च को रील पोस्ट की गई है। उस रील पर कमेंट करते हुए कुछ युवकों ने माफिया अतीक के लिए काम करने की बात कही तो कुछ ने सलामती की दुआ की। एक में यह लिखा गया कि- रात कितनी भी काली हो, सवेरा जरूर होता है।
अतीक की वीबी और बच्चों का भी वीडियो किया गया एडिट
माफिया के साथ ही अतीक की वीबी और बच्चों का भी वीडियो एडिट करके रील बनाई गई है। इसमें समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ने वाली फोटो भी शामिल की गई है। अतीक की तस्वीर लगाकर बनाए गए एकाउंट में माफिया की एक ऐसी तस्वीर पोस्ट की गई। उसके साथ एकता का संदेश दिए जाने की पोस्ट भी की गई है। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर प्रसारित वीडियो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
असद और अली के फेसबुक फ्रेंड ने छोड़ दिया साथ
पांच लाख के इनामी शूटर असद और जेल में बंद उसके भाई अली के दोस्तों को भी पुलिस की कार्रवाई व जांच का डर सताने लगा है। यही कारण है कि इनके तमाम फ्रेसबुक फ्रेंड ने साथ छोड़ दिया है। खासकर पुलिस एनकाउंटर के बाद साथियों की संख्या में काफी कमी आई है। हत्याकांड के कई दिन बाद भी जब शूटरों का सुराग नहीं मिला तो पुलिस ने फिर से अतीक के बेटों के इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर बनाए गए एकाउंट की छानबीन शुरू की, जिसमें इसका पता चला। पुलिस का कहना है असद और अली फेसबुक, इंटाग्राम पर सक्रिय रहता था। उमेश पाल हत्या कांड के बाद कई फेसबुक फ्रेंड ने घटना को लेकर अतीक के बेटे के पक्ष में पोस्ट भी किया था। दो आरापितों अरबाज और शूटर विजय चौधरी के एनकाउंटर के बाद साथियों ने साथ छोड़ना शुरू कर दिया।

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