होली नजदीक आते ही ट्रेनों में सीटें फुल, हवाई सफर भी महंगा, बिहार जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में जगह न होने से लोग मायूस
रंगों का पर्व होली नजदीक है। दूर-दराज नौकरी या काम के सिलसिले में रहने वाले लोग परिवार के साथ पर्व मनाने के लिए घर लौटने की सोच रहे हैं। लेकिन ज्यादातर ट्रेनों में वेटिंग टिकट ही मिल रहा है। वहीं हवाई सफर भी महंगा हो गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। रंगों का पर्व होली नजदीक है। दूर-दराज नौकरी या काम के सिलसिले में रहने वाले लोग परिवार के साथ पर्व मनाने के लिए घर लौटने की सोच रहे हैं। लेकिन, ज्यादातर ट्रेनों में वेटिंग टिकट ही मिल रहा है। वहीं, हवाई सफर भी महंगा हो गया है।
कालका से हावड़ा जाने वाली नेताजी एक्सप्रेस में नो रूम
प्रयागराज होकर बिहार जाने वाली अधिकांश गाडिय़ों में सीटें फुल हो चुकी हैं। इन गाडिय़ों में वेटिंग चल रही है। रेल आरक्षण केंद्र पर 26 से 28 मार्च के लिए गाडिय़ों में बुकिंग करवाने लोग अधिक आ रहे हैं। ज्यादातर लोग खुद ही ऑनलाइन टिकट बुक कर लेते हैं। दिल्ली और मुंबई से घर आने वालों लोगों को कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल है। इस रूट की लगभग सभी ट्रेनें 26, 27 और 28 मार्च को फुल हो चुकी है।
नई दिल्ली से प्रयागराज के लिए ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति
ट्रेन 26 मार्च 27 मार्च को 28 मार्च को
02418 प्रयागराज एक्सप्रेस स्लीपर-146, थर्ड एसी-68 स्लीपर- 169, थर्ड एसी-66 स्लीपर-45, थर्ड एसी-2
02304 पूर्वा स्पेशल -------
02276 हमसफर स्लीपर-140, थर्ड एसी-117 स्लीपर-145, थर्ड एसी-91 स्लीपर-45 , थर्ड एसी- 511
02428 ब्रह्मपुत्र स्लीपर-358, थर्ड एसी-110 स्लीपर-388, थर्ड एसी-97 स्लीपर-365 , थर्ड एसी-58
04218 ऊंचाहार स्पेशल स्लीपर-140 , थर्ड एसी-45 स्लीपर-153 , थर्ड एसी-52 स्लीपर-53 , थर्ड एसी-आरएसी 15
फ्लाइट का भी बढ़ा किराया
होली मनाने के लिए हवाई यात्रा कर घर लौटने वालों को विमानों का किराया महंगा पड़ रहा है। 25 से 27 मार्च तक यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। साढ़े तीन से साढ़े चार हजार रुपये का भुगतान कर यात्रा करने वालों को अब अधिक किराया देना पड़ रहा है। बंगलुरू से प्रयागराज का टिकट करीब 10 हजार रुपये पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि 80 फीसद सीटें फुल हो गई हैं।
रोडवेज की बसें ही परदेस से लौटने का सहारा
ट्रेनों में सीटें फुल हो गई हैं और हवाई सफर का किराया भी बढ़ा दिया गया है। ऐसे में दिल्ली में रह रहे लोग रोडवेज की बस से लौटने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। विभाग की ओर से करीब 200 बसें चलाने की उम्मीद है। उधर, क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन का कहना है कि होली पर्व मनाने के लिए लोग अपने घर लौटते हैं। इसके लिए जल्द अधिकारियों के साथ बैठक कर रूपरेखा तैयार की जाएगी।