लद्दाख से प्रयागराज आते वक्त लापता फौजी कानपुर में मिला, जहरखुरानी का हो गया था शिकार
सुनील ने बताया कि मंगलवार रात वह दिल्ली में हावड़ा एक्सप्रेस में प्रयागराज आने के लिए बैठा। बोगी में सीट खाली थी तो वह आराम करने लगा। इसी दौरान एक और व्यक्ति आ गया। वह सूप पी रहा था और उसे भी पिला दिया। इसके बाद वह अचेत हो गया
प्रयागराज, जेएनएन। लापता फौजी सुनील यादव आखिरकार कानपुर में मिल गया। गुरुवार दोपहर शाहगंज पुलिस ने जब फौजी को कानपुर से प्रयागराज लाकर उसके स्वजनों से मिलाया तो सभी के चेहरे पर खुशी छा गई।
अनजान शख्स ने पिलाया था नशीला सूप
पूछताछ में सुनील ने पुलिस को बताया कि मंगलवार रात वह दिल्ली में हावड़ा एक्सप्रेस में प्रयागराज आने के लिए बैठा। बोगी में सीट खाली थी तो वह आराम करने लगा। इसी दौरान वहां एक और व्यक्ति आ गया। वह सूप पी रहा था और उसे भी पिला दिया। इसके बाद वह अचेत हो गया और हावड़ा पहुंच गया। बैट्री चार्ज न होने के कारण मोबाइल भी बंद हो गया। होश आने पर वह फिर जीआरपी की मदद से ट्रेन में सवार हुआ, लेकिन इस बार सो गया और कानपुर पहुंच गया। वहां दूसरे के मोबाइल पर घरवालों को सूचना दी। तब शाहगंज पुलिस ने टीटीई की मदद से फौजी को प्रयागराज बुलाया और फिर घरवालों को सुपुर्द किया। इंस्पेक्टर शाहगंज जयचंद्र शर्मा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में जो शख्स दिखाई दिया था, वह फौजी नहीं था। उसकी पत्नी ने गलत पहचान कर ली थी।
मंगलवार रात ट्रेन से आ रहा था घर
उतरांव निवासी किसान सुदामा यादव का बेटा सुनील फौजी है और इस वक्त वह लद्दाख में तैनात है। सुनील मंगलवार रात हावड़ा एक्सप्रेस से प्रयागराज आ रहा था। घरवालों से फोन पर बात हुई तो कहा गया था कि किसी को रिसीव करने के लिए भेज देंगे। रात करीब साढ़े 12 बजे सुनील ट्रेन से उतरकर जंक्शन के बाहर आया मगर घर नहीं पहुंचा। स्वजनों ने जब फोन मिलाया तो बंद मिला। इससे वह परेशान हो गए और खोजबीन शुरू कर दी। बुधवार शाम को घरवालों ने शाहगंज थाने पहुंचकर गुमशुदगी की तहरीर दी, जिसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज हुई। छानबीन में जुटी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि फौजी रात में ही कोतवाली स्थित चमेली बाई धर्मशाला के पास गया था। वहां पर बाइक सवार एक युवक आया और फौजी का पैर छुआ। फिर फौजी उसकी बाइक पर बैठकर कहीं चला गया। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला था।