Big B Village: अमिताभ बच्चन के गांव बाबू पट्टी में भागवत कथा सुनने हिंदू भक्तों संग जुटे रोजेदार भी
बिग बी अमिताभ बच्चन के पैतृक गांव प्रतापगढ़ जनपद की बाबूपट्टी में रविवार को भक्ति की गंगा और आब-ए-जमजम का संगम बहुत सुखद लगा। भागवत कथा में व्यास श्रीकृष्ण लीला को मगन होकर सुना रहे थे इसमें पहुंचे रोजेदार पूर्व प्रमुख मोहम्मद शमीम और अब्दुल मजीद ने भी रसपान किया।

प्रयागराज, जेएनएन। हम भी पीयें तुम भी पीयो रब की मेहरबानी। प्यार के कटोरे में गंगा का पानी...। मशहूर शायर मंजर भोपाली की यह पंक्तियां बिग बी अमिताभ बच्चन के पैतृक गांव प्रतापगढ़ जनपद की बाबूपट्टी में रविवार को जीवंत होती नजर आईं। यहां पर भक्ति की गंगा और आब-ए-जमजम का संगम बहुत सुखद लगा। भागवत कथा में व्यास श्रीकृष्ण लीला को मगन होकर सुना रहे थे। आनंद बरस रहा था। आस्था की गंगा प्रवाहित हो रही थी जिसमें पहुंचे रोजेदार पूर्व प्रमुख मोहम्मद शमीम और अब्दुल मजीद ने भी रसपान किया।
सामाजिक समरसता की मिसाल बना आस्था का आयोजन
यह दृश्य देख लोगों की समझ में सहज ही आ गया कि इस मिट्टी में सद्भाव की सोंधी महक कैसे आती रहती है। यही महक ही है जो समरसता के बिरवे को और पुष्पित-पल्लवित करती है। उसके फूलों को और महकाती है, हवाओं तक को भी गमकाती है। गांव में गया प्रसाद मिश्र के संयोजन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में वृंदावन धाम से आए व्यास संजीव कृष्ण शास्त्री भी रहीम-रसखान के प्रेम की इस अनुभूति पर मुस्करा उठे। उन्होंने इस सोच को समाज की जरूरत बताया। कहा कि भगवान ने सबको अपनाया है। दुष्टों को दंडित करके उनका उद्धार ही किया है। उनकी लीलाओं में पग-पग में शिक्षा है, ज्ञान है। सेवा और निश्छल प्रेम की प्रेरणा है।
मुख्य प्रसंगों को झांकियों में जीवंत करके कथा को उत्सव बना दिया
कथा में आनंदातिरेक होकर केशव मिश्र, मुख्य आचार्य अर्पण पांडेय, वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक मिश्र पप्पू, कमलेश मिश्रा, अशोक पांडेय, सोनू पांडेय, राकेश मिश्रा व राम प्रसाद शुक्ल समेत श्रद्धालु मगन दिखे। खुद वह गोकुल में होने जैसा महसूस कर रहे थे। आरती में स्वर में उन्होंने स्वर मिलाया। प्रसाद पाया व जयकारा लगाया। वृंदावन से आए सधे कलाकारों ने मुख्य प्रसंगों को झांकियों में जीवंत करके कथा को उत्सव बना दिया। लोग सुनकर मगन तो देखकर भाव विह्वल हो रहे थे। कई तो नाचने से खुद को न रोक सके। पूरे कथा पंडाल में राधा-कृष्ण की झांकी के दर्शन कराए गए। जो जहां था, वहीं से दर्शन करके इस दृश्य को अपने मन मंदिर में संजो लेना चाहता था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।