इलाहाबाद विश्वविद्यालय कुलपति को देशद्रोही बता चिपकाया पोस्टर
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू को लेकर विवादित पोस्टर जारी हुआ है। दीवारों पर चस्पा पोस्टर में उन्हें देशद्रोही कहा गया है।
इलाहाबाद (जेएनएन)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू को लेकर विवादित पोस्टर जारी किया गया है। इसे कैंपस व विश्वविद्यालय के आस-पास के क्षेत्रों में दीवारों पर चस्पा किया गया है। इसमें उनके एक बयान का हवाला देकर उन्हें देशद्रोही कहा गया है। पोस्टर में सवाल उठाया है कि इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में देशद्रोही कुलपति कैसे? पोस्टर में प्रो. हांगलू के यू-ट्यूब पर जारी एक आडियो का जिक्र भी है। मामले में रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला की तरफ से अज्ञात के खिलाफ कर्नलगंज थाने में तहरीर दी गई है।
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पोस्टर में कहा गया है कि कुलपति कहते हैं कि भारतीय सेना कश्मीर मुद्दे पर 1947 से अब तक भारतीय अर्थव्यवस्था पर बोझ बनी हुई है। सेना ने कश्मीर मुद्दे पर अपना काम ठीक से न करते हुए कश्मीर मुद्दे को एक व्यापार के रूप में लिया है, जिससे कि उन्हें सामान की अपूर्ति करने वाले ठेकेदारों से उन्हें लाभ मिलता रहे। उन्हें देशहित की कोई फिक्र नहीं। कुलपति के अनुसार कश्मीर में तैनात भारतीय सेना 1947 से अब तक केवल मुफ्त का भोजन व धन लिया है, देशहित में अब तक कोई काम नहीं किया। इसी के विरोध स्वरूप इस हरकत को अंजाम दिया गया है। विश्वविद्यालय कर्मचारी संगठन ने इसकी कड़ी निंदा की है।
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केंद्रीय विवि का शुल्क है या पांच सितारा होटल का बिल
पोस्टर जारी करने वाले ने यह भी सवाल उठाया है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय शुल्क ले रहा है या पांच सितारा होटल का बिल। इसे साबित करने के लिए जो आंकड़े पेश किए गए हैं, उसके अनुसार छात्रावास शुल्क 10 माह का 21000 रुपये, 47500 रुपये मेस शुल्क। कुल योग 68500 रुपये वार्षिक। ऐसे में गरीब छात्र यहां कैसे पढ़ सकेगा।
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