बाढ़ के बीच अफ्रीकन स्वाइन फीवर के लिए अलर्ट, स्वास्थ्य और पशु पालन विभाग की टीम सक्रिय
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. आरपी राय ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्रों में मृत सुअर का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके लिए टीम बना दी गई है। जांच के लिए सैंपल हाईसिक्याेरिटी लैब भोपाल भेजा जाएगा जिससे यह स्पष्ट होगा कि सुअर किस कारण से मर रही है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में बाढ़ के बीच अफ्रीकन स्वाइन फीवर की आहट से दहशत फैल गई है। इसके चलते पांच दिनों में सौ से अधिक सुअरों की मौत हुई है। इसके चलते पशु पालन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। उक्त मामले में अलर्ट जारी करते हुए तहसील व जिला स्तर पर शनिवार को टीम गठित कर दी गई है। इसके अलावा मृत सुअरों का पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया है। वहीं, नगर निगम की ओर से तटीय इलाकों में मरी सुअरों को जेसीबी से दफनाया जा रहा है।
सुअरों की जांच के लिए तहसील और जिलास्तर पर गठित की गई टीम
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. आरपी राय ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्रों में मृत सुअर का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके लिए टीम बना दी गई है। जांच के लिए सैंपल हाईसिक्याेरिटी लैब भोपाल भेजा जाएगा, जिससे यह स्पष्ट होगा कि सुअर किस कारण से मर रही है। बताया जा रहा है कि शिवकुटी, सलोरी और बघाड़ा, तेलियरगंज, फाफामऊ में संख्या में सुअर बड़ी संख्या मरी हैं। कई सुअर बीमार भी हैं इन सभी की जांच के लिए टीम गठित की गई है। यह टीम प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट शासन को भेजेगी।
सुअर बाड़ा में जांच करेगी टीम
पशुपालन विभाग की ओर से सुअरबाड़ा में पशुपालन विभाग की टीम जांच करने जाएगी। इसके लिए ब्लाक, तहसील और जिलास्तर पर टीम का गठन किया गया है। एक टीम में चार सदस्यों को शामिल किया गया है ।
यह है आंकड़ा
- 2000 शहरी क्षेत्रों की सुअर की संख्या
- 25 हजार जिले में सुअर की संख्या
- 23 हजार ग्रामीण क्षेत्रों में सुअर की संख्या
- 500 से ज्यादा सुअर पालकों की संख्या

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