अखाड़ा परिषद की सूची में 11 बाबा फर्जी, जल्द होगी नामों की घोषणा
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम साध्वियों से यौन शोषण के आरोप में जेल में सजा काट रहा है, इसके पहले निर्मल बाबा, रामपाल, राधे मां सहित कई धर्मगुरु विवादों में रहे हैं।
इलाहाबाद (शरद द्विवेदी)। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 20 साल जेल की सजा के बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बड़ा फैसला किया है। परिषद ने 11 बाबाओं को फर्जी मानते हुए उनकी सूची तैयार की है, जिसे 10 सितंबर को इलाहाबाद के मठ बाघम्बरी गद्दी में बुलाई गई बैठक में सार्वजनिक किया जाएगा। इसमें उनके सामूहिक बहिष्कार का भी फैसला किया जाएगा।
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम साध्वियों से यौन शोषण के आरोप में जेल में सजा काट रहा है। इसके पहले निर्मल बाबा, रामपाल, राधे मां सहित कई धर्मगुरु विवादों में रहे हैं। इसके मद्देनजर अखाड़ा परिषद की होने वाली बैठक का प्रमुख मुद्दा फर्जी बाबाओं पर नकेल लगाना होगा। परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि फर्जी धर्मगुरुओं से सनातन धर्म के स्वरूप को काफी नुकसान पहुंचा है।
हम फर्जी धर्मगुरुओं की सूची बनाकर उसे केंद्र व सभी राज्य सरकारों, चारों पीठ के शंकराचार्य व 13 अखाड़ा के पीठाधीश्वरों को भेजकर सामूहिक बहिष्कार करेंगे। उन्हें कुंभ, अर्धकुंभ, अन्य धार्मिक मेलों में सरकारी सुविधा न मिले, उसकी पहल होगी।
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इसके अलावा किन्नर व परी अखाड़ा का बहिष्कार करने का प्रस्ताव पारित होगा। अलग-अलग मंचों पर कथावाचन करने वाले धर्मगुरुओं पर संत लिखने पर रोक लगाई जाएगी। अखाड़ा परिषद का मानना है कि जो धर्म के लिए समर्पित है, वही संत है, जबकि अधिकतर कथावाचक गृहस्थ हैं।