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    मार्गदर्शन..मान्यता प्राप्त संस्थान से लें डिग्री

    By Edited By:
    Updated: Sun, 17 Jun 2012 07:51 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, इलाहाबाद :

    हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद पढ़ाई की अगली सीढ़ी काफी महत्वपूर्ण होती है। इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित अन्य स्ट्रीम में कोर्स के लिए छात्र-छात्राएं बेहतर शैक्षणिक संस्थान का चयन करते हैं। कई बार अच्छे से अच्छा संस्थान चयन करने के फेर में भूल हो जाती है और ऐसे इंस्टीट्यूट में दाखिला मिल जाता है , जो विभाग से मान्यता प्राप्त नहीं होता है। लिहाजा बाद में विद्यार्थियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यह वह समय है जब छात्र-छात्राओं को विषय, वर्ग के साथ बेहतर विवि या कॉलेज चुनना होता है। ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है और संबंधित इंस्टीट्यूट के बारे में पूरी जानकारी रखना आवश्यक है। इसके लिए विद्यार्थी अपने अभिभावक, शिक्षक या कॅरियर काउंसलर से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। रविवार को दैनिक जागरण के आयोजन मार्गदर्शन में उपस्थित रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के म्यूजिक एंड परफार्मिग आर्ट के डॉ. वीडीपी ने विद्यार्थियों को संगीत के क्षेत्र में कॅरियर की संभावनाओं की जानकारी दी। साथ ही छात्र-छात्राओं को म्युजिक एंड परफार्मिग आर्ट से संबंधित सवालों के समाधान बताए।

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    सवाल- मेरा छोटा भाई आदित्य संगीत से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण किया है। आगे की शिक्षा किस विषय से करना बेहतर होगा।

    - शुभम राठौर, प्रतापगढ़

    - इंटर के बाद आप बी म्यूज का कोर्स करा सकते हैं। इसके अलावा बीए में भी संगीत विषय रख सकते हैं। यह कोर्स इविवि में होता है। इसके अलावा प्रयाग संगीत समिति से प्रभाकर कर सकते हैं। संगीत की डिग्री मान्यता प्राप्त कोर्स से ही करना बेहतर होता है।

    सवाल- इंटर प्राइवेट किया है। संगीत के क्षेत्र में कॅरियर बनाने में कोई दिक्कत तो नहीं होगी।

    आलोक शुक्ल, पट्टी

    - कोई समस्या नहीं आती है। संगीत में रुचि होना आवश्यक है। यदि इसमें आपकी रुचि है तो आसानी इसकी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इस क्षेत्र में ग्लैमर के अलावा पैसा भी है। आप चाहें तो संगीत में रिसर्च करके अध्यापन भी करा सकते हैं।

    सवाल- मेरे घर वाले चाहते हैं कि मैं आइआइटी करूं, लेकिन मेरी इच्छा मल्टीमीडिया या एनीमेशन कोर्स करने की है। मुझे क्या करना चाहिए।

    नीरज शुक्ल, नया पुरवा

    - आप अपने अभिभावक के साथ बैठकर बात करें और उन्हें बताएं कि आपकी रुचि एनीमेशन या मल्टीमीडिया कोर्स करने की है। इस क्षेत्र में आप बेहतर कॅरियर बना सकते हैं। यह जरूर ध्यान रखें कि मान्यता प्राप्त संस्थान से ही डिग्री लें।

    सवाल- मैंने इस साल इंटरमीडिएट किया है। अब गायन के क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहता हूं। मार्गदर्शन करें।

    ऋषभ, मान्धाता

    - यदि आपकी रुचि गायन में है तो आपके लिए यह विकल्प बहुत अच्छा है। आज गायकी के लिए कई शो हो रहे हैं, जहां प्रतिभा को जल्द पहचान मिलती है। बी म्यूज, एम म्यूज का कोर्स करके आप अपना भविष्य संवार सकते हैं।

    सवाल- मेरी बेटी तीन साल की है। क्या उसे नृत्य के लिए किसी स्कूल में दाखिला दिलाया जा सकता है।

    माधुरी मिश्रा, जार्ज टाउन

    - यह उम्र कम है। नृत्य या संगीत के लिए कम से कम पांच साल की आयु आवश्यक है। ताकि बच्चा क्या कर रहा है, उसकी समझ में आना चाहिए। इसके अलावा बच्चों की इच्छा काफी महत्वपूर्ण होती है।

    सवाल- मैं नौंवी क्लास में हूं और संगीत की शिक्षा प्राप्त करना चाहती हूं। इसमें कौन-कौन से कोर्स हैं।

    वैशाली अग्रहरि, प्रतापगढ़

    - हाईस्कूल के बाद प्रभाकर और प्रवीण की शिक्षा ले सकती हैं। इंटर के बाद इविवि से बीए, बीम्यूज का कोर्स होता है। यह पांच साल कोर्स होता है, जो स्नातक और परास्नातक के समकक्ष होता है।

    सवाल- इलाहाबाद विश्वविद्यालय में संगीत विषय में प्रवेश कब और कैसे होता है।

    उमेश यादव, रुद्रपुर

    - मार्च और अप्रैल में इविवि का प्रवेश परीक्षा फार्म निकलता है। जिसे भरकर आप परीक्षा देते हैं। परीक्षा में उ‌र्त्तीण होने के बाद आप एडमीशन ले सकते हैं। विषय चयन के समय संगीत विषय को चुन सकते हैं।

    सवाल- म्यूजिक में रिसर्च के बाद सरकारी नौकरी मिल सकती है या नहीं।

    लोकेश मिश्र, जंगीगंज

    - बिल्कुल, संगीत में शोध के उपरांत आप सरकारी नौकरी पा सकते हैं। संगीत शिक्षक बन सकते हैं।

    सवाल- इलाहाबाद में विवि के अलावा और कहां-कहां संगीत की शिक्षा मिलती है।

    पूर्णिमा, चित्रकूट

    - इलाहाबाद विवि में संगीत की शिक्षा के अलावा विद्यार्थियों को मंच भी प्रदान किया जाता है। जिससे उनकी प्रतिभा का आंकलन होता रहता है। प्रयाग संगीत समिति में भी म्यूजिक एजूकेशन होता है।

    सवाल- गायन या वादन के लिए कितना रियाज किया जाना चाहिए।

    प्रीति तिवारी, कौशांबी

    - संगीत एक साधना है। अभ्यास के लिए कोई समय नहीं होता है। आप जितना रियाज करेंगे, उतनी आपकी कला में निखार आएगा।

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    इन्होंने ने भी किया सवाल

    दैनिक जागरण के मार्गदर्शन कार्यक्रम में मनीष श्रीवास्तव, उदित कुमार, रोहित केसरवानी, पिंकी पांडेय, आनंद मौर्या, धर्मेन्द्र पटेल और सत्येंद्र सिंह ने भी अपनी शंका के समाधान जाने।

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