उर्दू के प्रत्ययों ने किया 'भेजा फ्राई'
-वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा (सामान्य चयन) की मुख्य परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई। प्रथम पेपर 'हिंदी रचाना सामान्य हिंदी और निबंध' में पूछे गए उर्दू के प्रत्ययों ने अभ्यर्थियों का 'भेजा फ्राई' कर दिया। लीक से हटकर पूछे गए प्रश्नों ने अभ्यर्थियों को खूब छकाया। नौकरी से संबंधित 'वन वर्ड सब्सटीट्यूशन' ने भी अभ्यर्थियों को खासा परेशान किया। इन सबसे बीच सरल मुहावरों ने थोड़ी राहत प्रदान की तो दूसरे पेपर में लीक से हटकर पूछे गए सामान्य अध्ययन के प्रश्नों ने भी थोड़ा परेशान किया।
सोमवार से शुरू हुई लोअर मुख्य परीक्षा के प्रथम दिन हिंदी रचना सामान्य हिंदी और निबंध व सामान्य अध्ययन का पेपर था। दो पालियों में आयोजित इस परीक्षा की प्रथम पाली का समय 9.30 से 12.30 रखा गया था। द्वितीय पाली का समय 2 से 5 बजे था। प्रथम पाली में पांच उर्दू के प्रत्यय पूछे गए व उनसे दो-दो शब्द लिखना था। हिंदी के प्रत्ययों की बजाय उर्दू के प्रत्यय और उनसे दो-दो शब्द पूछे जाना अभ्यर्थियों को अपेक्षाकृत चौंकाने वाला रहा। फिलहाल लोक सेवा आयोग पर परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थियों में उर्दू प्रत्यय ही चर्चा में रहा। अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रत्यय सिलेबस में नहीं था फिर भी आयोग ने प्रत्यय पूछा।
इसके अलावा 'वन वर्ड सब्सटीट्यूशन' भी लीक से हटकर पूछा गया। इस बार पदों से संबंधित 'वन वर्ड सब्सटीट्यूशन' पूछे गए। जैसे जो आधी अवधि तक काम करता है, उसे कहते हैं, जो कुछ समय के लिए नियुक्त किया जाता हो, जो उस पद पर होने के कारण किसी कार्य में रत हो, जो किसी की एवजी में कार्य कर रहा हो आदि।
इस प्रश्न पत्र में 30 नंबर का निबंध पूछा गया। 10 अंकों का एक पत्र लिखना था। जैसे आपकी कॉलोनी में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है तो 300 शब्द में संबंधित अधिकारी को एक पत्र लिखे। हालांकि मुहावरों ने अभ्यर्थियों को थोड़ी राहत दी। मुहावरे काफी सरल थे। जैसे खाक छानना, पौ बारह होना, घाट-घाट का पानी पीना आदि।
द्वितीय पाली में सामान्य अध्ययन का पेपर था। समय 2 से 5 बजे था। इस प्रश्न पत्र में चार बड़े सवाल 10-10 नंबर के पूछे गए। बाकी दो-दो अंक के छह सवाल पूछे गए। दूसरा प्रश्न पत्र भारतीय अर्थव्यवस्था व भूगोल पर केंद्रित रहा। इतिहास से केवल एक प्रश्न ही पूछा गया।
एसआइटीए (सीटा) के फुलफार्म ने अभ्यर्थियों को परेशान किया। इसके अलावा जिस प्रश्न ने अभ्यर्थियों को समस्या में डाला वह था सदाबहार क्रांति क्या है। इसके अलावा पूछा गया वैश्रि्वक मंदी का भारत की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा। स्वदेशी आंदोलन के महत्व की विवेचना कीजिए।
मुख्य परीक्षा में 85.55 प्रतिशत रही उपस्थिति
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित अवर अधीनस्थ मुख्य परीक्षा-2008 में पहले दिन कुल 85.55 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रदेश में कुल 53 परीक्षा केंद्रों पर लोअर की मुख्य परीक्षा सोमवार से शुरू हुई है। यह परीक्षा 28 जनवरी तक चलेगी।
इलाहाबाद में 40 केंद्रों पर 19,110 अभ्यर्थियों को परीक्षा में सम्मिलित होना था, जिसमें से 17,203 अभ्यर्थी उपस्थित हुए। 1,907 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। लखनऊ में 13 परीक्षा केंद्रों पर 6,992 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी, जिसमें से 5,982 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। 1,010 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। दोनों शहरों में कुल मिलाकर 85.55 प्रतिशत उपस्थिति रही। ज्ञातव्य है कि लोअर प्रारंभिक परीक्षा में 27 हजार लगभग अभ्यर्थी सफल हुए थे। मुख्य परीक्षा के लिए 26,102 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें से 23,118 अभ्यर्थियों ने मुख्य परीक्षा में भाग लिया। 29,18 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
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