प्रयागराज के ऐतिहासिक श्रंग्वेरपुर धाम में 51 फीट ऊंची मूर्ति बताएगी प्रभु श्रीराम-निषादराज मित्रता की गाथा
निषादराज पार्क में श्रीराम व निषादराज की गले लगते हुए तांबा की 51 फीट ऊंची प्रतिमा लग चुकी है। वर्ष 2023 के अप्रैल महीने में पार्क को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। गवेरपुर में निषादराज द्वारा अद्भुत सेवा-सत्कार से प्रसन्न होकर श्रीराम ने उन्हें अपना मित्र बनाया था।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। त्रेता युग में वनवास के लिए निकले प्रभु श्रीराम को गंगा पार कराई थी निषादराज गुह्य ने। श्रृंगवेरपुर में निषादराज द्वारा अद्भुत सेवा-सत्कार से प्रसन्न होकर श्रीराम ने उन्हें अपना मित्र बनाया था। वही मित्रता की गाथा श्रृंगवेरपुर धाम में पुन: जीवंत होगी। निषादराज पार्क में श्रीराम व निषादराज की गले लगते हुए तांबा की 51 फीट ऊंची प्रतिमा लग चुकी है। वर्ष 2023 के अप्रैल महीने में पार्क को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
महाकुंभ-2025 से पहले श्रृंगवेरपुर धाम को भव्य स्वरूप देने की कवायद जोर-शोर से चल रही है। इसमें निषादराज पार्क का निर्माण सबसे अहम है। पार्क के आकर्षण का केंद्र विशाल मूर्ति है। गंगा तट के पास 5.50 हेक्टेयर में पर्यटन विभाग की देखरेख में पार्क का निर्माण कराया गया है। लगभग 1313.16 लाख रुपये में बनने वाले पार्क में पोडियम, ध्यान केंद्र, पाथवे, गैलरी, पार्किंग, ओवर हेड टैंक, बाउंड्रीवाल, प्रवेश द्वार, गार्ड रूम, बाउंड्रीवाल निर्माण का अंतिम दौर पर पहुंच चुका है। वहीं, राज्य ललित कला अकादमी ने 470 लाख रुपये में 51 फीट ऊंची तांबा की मूर्ति तैयार की है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के अनुसार प्रभु श्रीराम-निषादराज की गले लगते हुए मूर्ति लगाने का कार्य पूरा हो गया है। निषादराज पार्क में बचे काम को युद्ध स्तर पर पूरा कराया जा रहा है। सारा काम शीघ्र पूरा करके उसे पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा।
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