चार्ज को लेकर भिड़े अध्यक्ष व उपसचिव, हंगामा
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इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में संस्था प्रधान के पदों पर प्रस्तावित साक्षात्कार को लेकर हंगामा हो गया। सचिव के बिना बताए अवकाश पर रहने व उपसचिव द्वारा चार्ज लेने से इंकार करने पर अध्यक्ष भड़क गए। उपसचिव के साथ उनकी गर्मागर्म बहस हो गई। बाद में अध्यक्ष ने उपसचिव को नोटिस जारी कर दिया और डीआइओएस कार्यालय में तैनात वित्त एवं लेखाधिकारी संजय सिंह को वापस सचिव का चार्ज दे दिया। वैसे संजय सिंह ने सचिव का चार्ज अपने पास होने से इंकार करते हुए जागरण से बातचीत में दावा किया कि वह दिन भर डीआइओएस कार्यालय में जमे रहे और चयन बोर्ड नहीं गए। इसके बाद भी चयन बोर्ड में सभी साक्षात्कार रोज की तरह आयोजित हुए।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को भी आगरा मंडल के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों के संस्था प्रधान पदों के अभ्यर्थियों के साक्षात्कार होने थे। दो दिन से अवकाश पर चल रहीं सचिव नीना श्रीवास्तव को गुरुवार को पदभार संभालना था। उनकी अनुपस्थिति में वित्त एवं लेखाधिकारी को सिर्फ दो दिन के लिए पदभार दिया गया था। उनका कहना था कि इस वजह से गुरुवार को चयन बोर्ड नहीं गए। सचिव की अनुपस्थिति में अध्यक्ष डॉ. आशाराम ने उपसचिव सीएल चौरसिया को पदभार संभालने के लिए कहा। साक्षात्कार बोर्ड का गठन करने को कहा पर उप सचिव ने बिना देखे सुने बोर्ड के गठन प्रक्रिया में शामिल होने से मना कर दिया। इस पर अध्यक्ष ने उन्हें भरोसा करने और साक्षात्कार आयोजित करने में मदद करने को कहा। उप सचिव ने तब भी मना किया। इस पर अध्यक्ष ने खासी नाराजगी जताई। पूछा कि जब आप चयन बोर्ड का काम नहीं करेंगे तो वेतन किस बात का। इस दौरान उप सचिव और अध्यक्ष के बीच जमकर तकरार भी हुई। बाद में अध्यक्ष ने बोर्ड के लेखाधिकारी का चार्ज संभाल रहे संजय सिंह को अग्रिम आदेश तक के लिए सचिव का भी चार्ज दे दिया। साथ ही उप सचिव को नोटिस जारी कर दी। अध्यक्ष का कहना था कि बोर्ड की नियमावली के अनुसार अध्यक्ष के पास सचिव नामित करने का पूरा अधिकार है। इस क्रम में ही वित्त एवं लेखाधिकारी को चार्ज दिया गया है।
उन्होंने दिन में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार साक्षात्कार होने की बात कही। वैसे वित्त एवं लेखाधिकारी संजय सिंह ने भी सचिव का चार्ज मिलने से अनभिज्ञता जताई। उनका कहना था कि उन्हें दो दिन के लिए चार्ज दिया गया था। बुधवार को दो दिन समाप्त हो गए। इसलिए आज चयन बोर्ड नहीं गए। बोर्ड की नियमावली के अनुसार सचिव ही साक्षात्कार बोर्ड में सदस्यों व विशेषज्ञों की टीम निर्धारित करता है। इस टीम को लिफाफे देना और बाद में इनसे साक्षात्कार के अंक सहित लिफाफे वापस लेकर सीलबंद रखना भी सचिव का ही दायित्व होता है। ऐसे में गुरुवार को अध्यक्ष ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए सचिव की अनुपस्थिति में ही चयन बोर्ड में साक्षात्कार का आयोजन किया।

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