जनाब ग्राम पंचायत क्वार्सी नहीं बाजार कहें Aligarh News
ग्राम पंचायत क्वार्सी आए हैं और शहर में फिर आने की सोच रहे हैं तो आप पुराने गांव क्वार्सी की तस्वीर को भूल जाएं जब आप गांव के दगड़े तंग गलियां सकरा रा ...और पढ़ें

अलीगढ़, मनोज जादौन। अगर आप 50 साल पहले रामघाट रोड स्थित ग्राम पंचायत क्वार्सी आए हैं, और शहर में फिर आने की सोच रहे हैं, तो आप पुराने गांव क्वार्सी की तस्वीर को भूल जाएं, जब आप गांव के दगड़े, तंग गलियां, सकरा रामघाट रोड, उबड़-खाबड़ सड़के और गांव से बाजार की ओर किशनपुर तक जंगल। अब यहां की तस्वीर बदल गई है। जिस बंबा में पानी होता था, वह नाले का रूप ले चुका है। गांव क्वार्सी के एक किनारे से गुजरने वाला रामघाट रोड चौढ़ा हो गया है। जहां धूल के गुबारे उड़ते थे, वहां चमकती हुई सड़क, डिवाइडरों पर लाइट व चौराहा पर हाई मास्क लाइट सुंदरीकरण में चार चांद लगा रही हैं। एक साल पहले इस ग्राम पंचायत का बजूद समाप्त हो गया है। नगर निगम के विस्तारीकरण योजना में शामिल कर लिया गया है। यहां बड़े बड़े व्यवसायिक कांप्लेक्स है। जहां रेडीमेड गारमेंट्स से लेकर ज्वैलरी शोरूम तक हैं। कई वाहनों की कंपनियों के शोरूम हैं। बैंक, एटीएम व 24 घंटे पुलिस की पैकेट तैनात रहती हैं। ट्रेफिक सिंग्नल की व्यवस्था हो गई है।
कल्याण सिंह ने विकास कार्यों को दी रफ्तार
क्वार्सी गांव के वीरानी का गवाह कृषि विभाग का कृषि फार्म है। आज भी इस फार्म हाउस में फसल उगाई जाती है। जिला पशुचिकित्सालय का भवन है। ब्रज विहारी शर्मा का कहना है कल्याण सिंह जब पहली बार (वर्ष 1992 में ) मुख्यमंत्री बने थे, तब अपने पैत्रिक गांव मढ़ौली (अतरौली) के लिए जाने वाले रामघाट रोड का चौढ़ीकरण किया था। सिंगल रोड से इसे डबल कराया था। इसके बाद जिले के सभी 42 विभागों को एक ही छत के नीचे लाने के लिए विकास भवन का निर्माण किया था। इससे दौड़ा आगे चलकर पंडित दीनदयाल अस्पताल की स्थापना कराई। इस समय इस सरकारी अस्पताल को मिनी एम्स का दर्जा दिलाने की कवायद चल रही है। यह बेहतर सेवाएं व सुविधाओं के लिए जाना जाता है। यह सभी क्षेत्र ग्राम पंचायत क्वार्सी का ही हिस्सा है। साथ ही जिले का सबसे बड़ा व आधुनिक सुविधाओं से लैस स्टेडियम की स्थापना भी कराई गई।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने लगाए विकास कार्यों को पर
वर्ष 2007 में जब मायावती मुख्यमंत्री बनी, तब तत्कालीन कैबिनेट मंत्री की कवायद पर अलीगढ़ को मंडल का दर्जा मिला था। ठा. जयवीर सिंह ने दर्जा मिलने के साथ ही आधुनिक सुविधाओं से लैस कमिश्नरी भवन का निर्माण कराया। इसके बाद अखिलेश सरकार ने कमिश्नरी के ठीक बरावर सर्किट हाउस की स्थापना कराई । शहर की प्राइम लोकेशन होने के चलते सपा ने भी क्वार्सी चौराहा के निकट पार्टी कार्यालय की स्थापना कराई।
डीएलएफ के मालिक ने क्वार्सी से की शुरुआत
देश की सबसे बड़ी रियल स्टेट कंपनी के मालिक कुशल पाल सिंह (केपी सिंह) ने अपने प्रोपर्टी व रियल एस्टेट कारोबार की शुरुआत ग्राम पंचायत क्वार्सी से ही की थी। वरिष्ठ व्यापारी कमल गुप्ता का कहना है कि केपी सिंह व उनके रिश्तेदारों की खेतिहार जमीन क्वार्सी फार्म हाउस के निकट थी। इसी बीच एडीए (अलीगढ़ विकास प्राधिकरण) का उदय हुआ। इससे पहले आवास विकास शहर के सुनियोजित विकास का जिम्मा संभाल रही थी। तब डीएलफ से पहले इन्हीं खेतों पर विक्रम कॉलोनी की स्थापना की गई थी। यह शहर की पहली व्यवस्थित निजी कॉलोनी थी। तब से इस क्षेत्र के विकास को पर लग गए थे। उस दौर में इस कॉलोनी में सबसे महंगे प्लॉट आवंटित किए गए थे। बड़े बड़े पार्क व गेट बंद कॉलोनी सबको भा गई।

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