62 लाख की लागत से सहेजा जाएगा UP का ये ऐतिहासिक पुल, नगर निगम ने उठाया ये बड़ा कदम
उत्तर प्रदेश में एक ऐतिहासिक पुल को 62 लाख रुपये की लागत से संरक्षित करने की योजना है। नगर निगम ने इस पुल की ऐतिहासिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा कदम उठाया है। इस परियोजना में पुल की मरम्मत और सौंदर्यीकरण शामिल है, जिसका उद्देश्य पुल की मूल संरचना को सुरक्षित रखना है।

हाथी पुल का निरीक्षण करने पहुंचे मेयर प्रशांत सिंघल व नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। सीएम ग्रिड योजना के तहत अब सड़क, नाला निर्माण ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक धरोहर को सहेजने का काम भी नगर निगम करेगा। उस्मानपाड़ा स्थित लगभग 200 वर्ष पुराने हाथी पुल के नवीनीकरण व जीर्णोद्धार के लिए शासन के पास नगर निगम द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है। 62 लाख रुपये की लागत से काम कराया जाएगा। सीएम ग्रिड योजना के तहत अलीगढ़ से भेजे गए अरबों रुपये के कार्यों के प्रस्तावों को शासन ने तत्काल स्वीकृति दी है। इससे इन हाथी पुल के जल्द जीर्णाेद्धार की उम्मीद भी जगी है।
खड़ा हो गया था ये खतरा
कुछ दिन पहले हाथी पुल पर पानी की लाइन से लीकेज होने के कारण सीलन आने व इसके गिरासू होने का खतरा तक बन गया था। इस पर मेयर प्रशांत सिंघल व नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने इस पुल के नवीनीकरण का प्रस्ताव बनवाया। 62 लाख रुपये से कराए जाने वाले कार्यों का विवरण भी भेजा गया है। मेयर ने कहा कि शासन से जल्द ही अनुमोदन मिलने की उम्मीद है। स्वीकृति मिलते ही पुल के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
नगर आयुक्त ने बताया कि इस पुल को शहर की विरासत के रूप में सहेजने के लिए शासन से विशेष अनुमति व अनुदान की मांग की गई है। सीएम ग्रिड योजना के पैकेज-2 के तहत 13 करोड़ 35 लाख रुपए की लागत से वार्ड 10, 37, 60, 68 और 87 में जीटी रोड स्थित महाराजा पैलेस से अब्दुल करीम चौक, जामा मस्जिद होते हुए खटीकन चौराहे तक 1.68 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण तेज गति से कराया जा रहा है।
इस निर्माणाधीन मार्ग पर स्थित हाथीपुल की जर्जर हालत, दरारें और लीकेज के कारण सड़क की खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व दोनों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा था। इसको मजबूत करने के साथ आकर्षक रूप में लाया जाएगा।

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