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    Ukrain News : बंकर से बाहर आया तो हो गया बम धमाका, दहशत भरे माहौल में अलीगढ़ के छात्र ने बताए खारकीव के हालात

    By Sandeep Kumar SaxenaEdited By:
    Updated: Wed, 02 Mar 2022 01:17 PM (IST)

    Ukraine News in Hindi रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान खारकीव में हुए बम धमाके की घटना में बाल-बाल बचे अलीगढ़ के छात्र के अभिभावक चिंतित हैं। दहशत भरे माहौल में अलीगढ़ के छात्र ऋत्‍विक ने खारकीव के हालात वीडियो कॉल के जरिए बयां किए हैं।

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    अलीगढ़ के छात्र ऋत्‍विक ने यूक्रेन के खारकीव के हालात वीडियो कॉल के जरिए बयां किए हैं।

    अलीगढ़, संतोष शर्मा। यूक्रेन में कर्नाटक के छात्र की मौत के बाद भारत रह रहे अभिभावक अपने बेटा-बेटी की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। ऐसे में यूक्रेन के खारकीव में हुए बम धमाके की घटना में बाल-बाल बचे अलीगढ़ के छात्र के अभिभावक बेचैंन हो गए हैं। दहशत भरे माहौल में बंकर में रहे अलीगढ़ के छात्र ऋत्‍विक ने यूक्रेन के खारकीव के हालात वीडियो कॉल के जरिए बयां किए हैं। 

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    यूक्रेन के खारकीव शहर में पांच दिन से बंकर में कैद अलीगढ़ निवासी छात्र ऋत्विक मंगलवार को रूस के हमले में बाल-बाल बच गया। ऋत्विक फ्लैट से निकल खारकीव रेलवे स्टेशन जाने को टैक्सी का इंतजार कर रहा था। तभी धमाके से उसके होश उड़ गए। बताया जा रहा कि इसी धमाके में कर्नाटक के छात्र की मौत हुई थी। फिलहाल, ऋत्विक सुरक्षित है और ट्रेन से कीव के रास्ते हंगरी के लिए रवाना हो गया है। स्वजन उनकी सकुशल वापसी की आस ईश्वर से लगाए हुए हैं। जीटी रोड पर रायल रेजीडेंसी के सामने रहने वाले डा. विश्वमित्र आर्य के पुत्र ऋत्विक खारकीव और स्वर्ण जयंती नगर निवासी अमोद कुमार उपाध्याय के पुत्र सार्थक कीव में फंसे हुए थे। डा. विश्वमित्र आर्य ने बताया कि सोमवार रात ही बेटे ने खारकीव छोडऩे का निर्णय कर लिया था। इसी प्लान के तहत मंगलवार सुबह वह बंकर से पहले अपने फ्लैट में गया। वहां से लैपटाप और पासपोर्ट लेकर वह खारकीव रेलवे स्टेशन के लिए निकला था। बेटा सड़क पार कर करीब ढाई सौ मीटर की दूर ही गया होगा कि सड़क किनारे खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी के पास धमाका हुआ। इस धमाके ने बेटे के होश उड़ा दिए। वह तेजी से रेलवे स्टेशन गया और ट्रेन में सवार हो गया। ट्रेन में सीट भी नहीं मिली है। बेटा बाथरूम में सफर कर रहा है। ट्रेन से कीव होकर लवीव पहुंचेगा। वहां से हंगरी के लिए रवाना होगा।

    सार्थक हंगरी के करीब

    कीव में फंसे स्वर्ण जयंती नगर निवासी सार्थक उपाध्याय हंगरी बार्डर के करीब पहुंच गए हैं। सोमवार रात सार्थक ट्रेन से हंगरी के लिए रवाना हुए थे। सार्थक के पिता अमोद उपाध्याय ने बताया कि खतरे की जगह से बाहर निकल गया है। मंगलवार देर रात तक हंगरी पहुंचने की संभावना है।