Aligarh Lok Sabha Elections Results Live : भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम की जीत, औपचारिक घोषणा बाकी
लोकसभा चुनाव 2019 की अब तक की मतगणना के अनुसार भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम रिकॉर्ड जीत की ओर अग्रसर हैं। अब तक 235913 वोटों से आगे चल रहे हैं। भाजपा की जीत तय मानी जा रही है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। लोकसभा चुनाव 2019 की अब तक की मतगणना के अनुसार भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम रिकॉर्ड जीत की ओर अग्रसर हैं। अब तक 235913 वोटों से आगे चल रहे हैं। सभी विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना लगभग पूरी हो गई है । भाजपा को अब तक 636972 और गठबंधन को करीब 401059 वोट ही मिले। भाजपा की जीत हो चुकी है, सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी है। इधर प्रत्याशी सतीश गौतम के आवास पर जश्न शुरू हो चुका है।
अतरौली में भाजपा को गठबंधन प्रत्याशी से ढाई गुना वोट अधिक मिले
लोकसभा चुनाव 2019 की मतगणना में अलीगढ़ लोकसभा सीट के दस राउंड पूरे हो चुके हैं। जिसमें 58269वोटों से भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम आगे चल रहे हैं। अब तक सतीश को 210883 वोट मिले हैं जबिक बसपा के गठबंधन प्रत्याशी अजित बालियान को 152614 मिले हैं। खास बात यह है कि अतरौली में भाजपा को गठबंधन प्रत्याशी से ढाई गुना वोट अधिक मिले हैं।
मतगणना ने पकड़ी गति
शुरू में मतगणना का काम धीमी गति से शुरू हुआ, लेकिन धीरे-धीरे गति पकड़ ली। सुबह मतगणना स्थल अलीगढ़ में धनीपुर मंडी और और हाथरस में पॉलिटेक्निक में मतगणना से जुड़े कर्मियों की तलाशी के बाद अंदर प्रवेश करने दिया गया। मोबाइल, गुटका, बीड़ी सिगरेट आदि को धूम्रपान से संबंधित चीजें बाहर रखवा ली गईं।
अलीगढ़ लोकसभा सीट के दस राउंड पूरे
राउंड भाजपा गठबंधन
पहला 26889 15337
दूसरा 24628 14095
तीसरा 26090 12333
चौथा 17251 16066
पांचवा 16703 18094
छटवां 18440 17941
सातवां 24036 14766
आठवां 19120 14295
नौंवा 20028 13682
दसवां 17648 16002
अलीगढ़ में 62.95 फीसद वोट पड़े
अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र की पांच विधानसभाओं में कुल 62.95 फीसद वोट पड़े। 2014 के आम चुनावों में यहां महज 59.48 फीसद मतदान हुआ था। 1996 में सबसे कम 40 फीसद वोट पड़े थे।
तीन फीसद मतदान की हुई बढ़ोत्तरी
2014 के मुकाबले इस बार मतदान फीसद में तीन फीसद तक बढ़ोत्तरी हो गई। अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र में पिछले चुनावों में जहां 59.48 वोट पड़े थे। वहीं इस बार यह आंकड़ा 62.95 फीसद पर पहुंच गया। इसमें सबसे अधिक मतदान कोल विधानसभा क्षेत्र में हुआ। यहां 64.74 फीसद वोट पड़े। वहीं, बरौली व अतरौली विधानसभा में 64 फीसद मतदान हुआ। अलीगढ़ शहर में 60 फीसद, खैर में 62 फीसद वोट पड़े। 1996 में सबसे कम 40 फीसद वोट पड़े।
अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र में मतदान की स्थिति
विधानसभा, कुल मतदाता, पड़े वोट, मतदान फीसद
खैर, 381004, 237000, 61.20
बरौली, 361759, 234733, 64.89
अतरौली, 383867, 224468, 58.48
कोल, 381104, 229415, 60.20
शहर, 374313, 130638, 61.62
छर्रा, 366651, 225301, 61.45
इगलास, 375813, 234233, 62.33
अलीगढ़ में ये प्रत्याशी हैं मैदान में
भाजपा से सतीश गौतम, बसपा से अजीत बालियान कांग्रेस के बिजेंद्र सिंह, सजराजा से अमर सिंह, पीस पार्टी से दिलीप कुमार, प्रगतिशील सपा से दीपक चौधरी, राष्ट्रवादी से मनोज, लोकदल से शकील, आप से सतीश शर्मा, भाईचारा पार्टी से संजय, निर्दलीय अशोक पांडेय, चरन सिंह, लक्ष्मी धनगर, शाहिन बेगम।
विधानसभा वार कहां कितने राउंड होंगे
विधानसभा, राउंड
अतरौली, 34
बरौली, 31
खैर, 32
कोल, 29
शहर, 28
इगलास, 31
छर्रा, 31
सबसे अधिक बार शीला बनीं सांसद
अलीगढ़ लोकसभा सीट पर पांच बार भाजपा, चार बार कांग्र्रेस, दो बार भारतीय क्रांति दल, एक-एक बार रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, जनता पार्टी, जनता पार्टी (सेक्युलर), जनता दल व बसपा भी खाता खोल चुकी है। बसपा की जीत को छोड़ दें तो भाजपा को ज्यादातर चुनाव में गठबंधन के सामने भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। लोकसभा चुनाव में सियासत के मंझे कई खिलाड़ी जरूर उतरे, मगर सिर्फ दो को ही दोबारा सदन में जाने का मौका मिला। शिव कुमार शास्त्री दो बार सांसद चुने गए, जबकि शीला गौतम ने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया। उन्होंने चार बार संसद में पहुंचकर इतिहास रचा। इन्हें छोड़ दिया जाए तो अन्य कोई ऐसा नेता नहीं है, जो दोबारा चुनकर मैदान में पहुंचा हो। हालांकि, इस बार भी भाजपा के सतीश कुमार गौतम और कांग्रेस से प्रत्याशी चौधरी बिजेंद्र सिंह मैदान में हैं, जिन्हें दोबारा संसद पहुंचने का मौका मिल सकता है।
1952 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ
वर्ष 1952 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस से चंद सिंघल ने बाजी मारी थी। उस समय हाथरस अलीगढ़ में ही था। वर्ष 1957 में कांग्रेस से ही नरदेव स्नातक चुनाव जीते थे। वर्ष 1962 में आरपीआइ से बुद्ध प्रिया ने जीत दर्ज की थी। 1967 में भारतीय क्रांति दल से शिव कुमार शास्त्री ने बाजी मारी। वर्ष 1971 में भी उन्होंने भारतीय क्रांति दल से दोबारा जीत दर्ज की। उसके बाद से वर्ष 1989 तक दोबारा किसी को मौका नहीं मिला। पूर्व सांसद शीला गौतम ने शिवकुमार शास्त्री का भी रिकार्ड तोड़ दिया। वर्ष 1991 में उन्होंने भाजपा से जीत दर्ज की। इसके बाद 1996, 98 और 1999 में भी उन्होंने जीत दर्ज की। हालांकि वर्ष 2004 और 2009 में उन्हें हार का समाना करना पड़ा। 2004 में कांग्रेस से चौधरी बिजेंद्र सिंह और 2009 में बसपा से राजकुमार चौहान चुनाव जीत कर संसद पहुंची थीं।
अलीगढ़ में कब कौन बना सांसद
1952 : कांग्र्रेस के श्रीचंद सिंघल
1957 में कांग्र्रेस के नरदेव
1962 में रिपब्लिकन पार्टी से लड़े बीपी मौर्य
1967 में भारतीय क्रांति दल से शिव कुमार शास्त्री
1971 में भारतीय क्रांति दल के शिव कुमार शास्त्री
1977 में जनता पार्टी के नवाब सिंह चौहान
1980 में जनता पार्टी सेक्युलर की इंदिरा कुमारी
1984 में कांग्र्रेस की ऊषा रानी
1989 में जनता दल के सत्यपाल मलिक जीते
1991 में भाजपा की शीला गौतम जीतीं
1996 में भाजपा की शीला गौतम
1998 में भाजपा की शीला गौतम
1999 में भाजपा की शीला गौतम को जिताया।
2004 में कांग्र्रेस के बिजेंद्र सिंह
2014 में भाजपा के सतीश गौतम
वर्ष 2014 की स्थिति
पार्र्टी- प्रत्याशी- वोट
भाजपा- सतीश गौतम-5,14,634
बसपा-अरविंद सिंह-2,27,886
सपा-जफर आलम-2,26,284
कांग्रेस-बिजेंद्र सिंह-62,674
(आप-साबिर राही-8,978
नोटा- 6,183
कुल- 10,64,357
अलीगढ़ में कब कितने प्रत्याशी
2019, 14
2014, 14
2009, 23
2004, 16
1999, 16
1998, 19
1996, 41
1991, 18
1989, 14
1984, 20
1980, 26
1977, 06
1971, 07
1967, 08
1962, 06
1957, 07
1952, 07
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