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    छात्रों का सर्वांगीण विकास करना ही नई शिक्षा नीति का उद्देश्य Aligarh news

    By Anil KushwahaEdited By:
    Updated: Sat, 14 Aug 2021 12:56 PM (IST)

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    नयी शिक्षा नीति पर आयोजित कार्यशाला में प्रमाण पत्र लेते विशेषज्ञ।

    अलीगढ़, जेएनएन । मंगलायतन विश्वविद्यालय में दस दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। दस दिवसीय एफडीपी कम वर्कशॉप का विषय "एनईपी -2020 एन्ड इट्स सिगिंफिकेन्स" था। अंतिम दिन प्रश्नोत्तरी, एनईपी-2020 के कार्यान्वयन पर पैनल चर्चा के साथ पुरस्कार और प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।

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    शिक्षक प्रतिभागियों का नई शिक्षा नीति के प्रति ज्ञान बढ़ा

    पैनल विशेषज्ञ मानविकी संकाय के डीन प्रो. जयंतीलाल जैन ने कहा कि नई शिक्षा नीति - 2020 का उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास करना है। पैनल विशेषज्ञ आईबीएमईआर के डायरेक्टर प्रो. आरके शर्मा ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले शिक्षक प्रतिभागियों का नई शिक्षा नीति के प्रति ज्ञान बढ़ा है। वहीं, मॉडरेटर की भूमिका में डायरेक्टर अकादमिक एन्ड रिसर्च प्रो. उल्लास गुरूदास रहे। निबंध प्रतियोगिता में डा. जीवन कुमार प्रथम, प्रभात बंसल द्वितीय, डा. आकांक्षा सिंह तृतीय रहीं। समूह चर्चा में ग्रुप छटवां ग्रुप प्रथम और सातवां ग्रुप द्वितीय रहा। इसके आलावा क्विज में डा. संतोष कुमार गौतम और आशीष जैन प्रथम, डा. सुकृत श्रीवास्तव और डा. देवेंद्र कुमार द्वितीय, डा. विकास शर्मा और डा. आरके घोष तृतीय रहे। दस दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कुलपति प्रो. केवीएसएम कृष्णा के मार्गदर्शन में हुआ।

    कार्यक्रम का उद्देश्य नई शिक्षा नीति के प्रति जागरूक करना

    कार्यक्रम समन्वयक डा. स्वाति अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नई शिक्षा नीति के प्रति जागरूक करना था। उन्होंने इस पूरे कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। संचालन डा. दीपमाला ने किया। सह-समन्वयक मनीषा उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया। आयोजन में सह-समन्वयक डा. सोनी सिंह, विकास वर्मा, नरेश सिंह, जितेंद्र शर्मा का सहयोग रहा। डा. अशोक कुमार उपाध्याय, डा. शिव कुमार, पूनम गुप्ता, देवेन्द्र सिंह, डा. वाई पी गौड़, डा. कविता शर्मा, डा. संजय पाल, डा. सुलभ चतुर्वेदी, डा. योगेश गुप्ता, डा. पूनम भारतीय, अनुराधा यादव, परमेश शर्मा, बिलास फाल्के, मयंक जैन आदि उपस्थित थे।