UP Police Transfer: SSP संजीव सुमन ने पुलिस महकमे में किया बड़ा फेरबदल, कई थाना प्रभारियों के हुए तबादले
एसएसपी संजीव सुमन ने अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए सात थाना प्रभारियों का फेरबदल किया है। हाथरस से आए इंस्पेक्टर विजय सिंह को रोरावर थाने का इंचार्ज बनाया गया है जबकि मडराक के एसओ को लाइन हाजिर किया गया है। गांधीपार्क बन्नादेवी सिविल लाइन चंडौस सासनीगेट और देहलीगेट थानों में भी नए प्रभारियों की नियुक्ति की गई है। इस फेरबदल का उद्देश्य पुलिस व्यवस्था को मजबूत करना है।

जासं, अलीगढ़ अपराधों को लेकर पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए एसएसपी संजीव सुमन ने थाना प्रभारियों के सात प्रभारियों के थाने बदले हैं। हाथरस से ट्रांसफर होकर आए इंस्पेक्टर को रोरावर थाने का इंचार्ज बनाया, जबकि मडराक के एसओ को लाइन हाजिर किया है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मडराक के थानाध्यक्ष अरविंद कुमार को लाइन हाजिर किया गया है। वहीं हाथरस से आए निरीक्षक विजय सिंह को पुलिस लाइन से रोरावर थाने का प्रभारी बनाकर भेजा है।
एसएसपी संजीव सुमन ने थाना प्रभारियों को किया इधर−उधर
गांधीपार्क निरीक्षक शिव प्रताप सिंह को बन्नादेवी थाने का प्रभारी बनाया है। वहीं बन्नादेवी इंस्पेक्टर पंकज कुमार मिश्रा को सिविल लाइन थाने का प्रभारी बनाया है। उधर सिविल लाइन के एसएचओ राजवीर सिंह परमार को गांधीपार्क थाना प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। चंडौस निरीक्षक हरिभान सिंह राठौर को सासनीगेट थाना प्रभारी बनाया है। सासनीगेट थाने के निरीक्षक विनोद कुमार को देहलीगेट थाना प्रभारी बनाया है। देहलीगेट निरीक्षक रामेंद्र शुक्ला को चंडौस थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है।
पांच वर्ष कैद की सजा सुनाई
हरदुआगंज क्षेत्र में 10 वर्ष पूर्व एक किसान पर फायर झोंकने वाले दोषी को एडीजे-चार गैंगस्टर कोर्ट संजय कुमार यादव की अदालत ने पांच वर्ष कैद की सजा सुनाई है। उन पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा नहीं करने पर दोषी को एक माह का अतिरिक्त कारावास होगा। हरदुआगंज के भटौला गांव में यह वारदात तीन मई 2015 की तड़के चार बजे हुई थी।
हरदुआगंज क्षेत्र के भटौला गांव में 10 वर्ष पूर्व हुई थी घटना
गांव का ही निवासी पीड़ित सज्जनपाल सिंह ने बताया कि वह अपने बाग की रखवाली का वहीं चारपाई पर लेटा था। तभी गांव का ही निवासी जीतू उर्फ संदीप सिंह अपने पिता सुगड़पाल के साथ बाग में घुस आए। उनके पास तमंचे थे। उन्होंने तमंचे से फायर किया। इस दौरान वह चारपाई से नीचे गिरा और उनसे बचने के लिए भागने लगा।
सुगड़पाल की हादसे में हो चुकी है मौत
दोषी जीतू और उनके पिता ने दोबारा तमंचा लोड कर फायर किया। शोर सुनकर गांव के कई लोग मौके पर पहुंच गए थे। शाम को उसकी तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। एडीजीसी जेपी राजपूत के अनुसार विवेचना के दौरान सुगड़पाल की दुर्घटना में मृत्यु हो गई। अदालत ने गवाहों और साक्ष्यों के आधार पर जीतू को सजा सुनाई है।
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