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    Silver Price Hike: चांदी की महंगाई से बिगड़ा शादी का बजट, 7 माह में 14,400 रुपये की हुई वृद्धि

    Updated: Wed, 16 Jul 2025 10:34 AM (IST)

    Silver Price Hike चांदी की कीमतें आसमान छू रही हैं जिससे आम आदमी की चिंता बढ़ गई है। पिछले सात महीनों में चांदी की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है जिससे पाजेब बिछुआ जैसे आभूषण खरीदना मुश्किल हो गया है। सोने के बाद अब चांदी भी महंगी होने से विवाह का बजट बिगड़ रहा है खासकर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए।

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    Silver Price Hike: प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। राम प्रसाद एक फैक्ट्री में काम करते है। उनकी बेटी शादी योग्य है, जितनी कमाई करते थे, वह बच्चों के भरण-पोषण व पढ़ाई पर खर्च हो गई। अब उन्हें बेटी की शादी की चिंता सता रही है। सोने की रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची कीमतों ने इस धातु के आभूषण बनवाना पहले ही पहुंच से बाहर हो गए।

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    जिस तरह से अब चांदी की लगातार कीमतें आसमान पर पहुंच रही है, उससे पाजेब, बिछुआ व अन्य चांदी के आभूषण तैयार कराना या खरीदना एक बड़ी चुनौती होगी। इससे विवाह का बजट ही बिगड़ जाएगा। अब तो चांदी भी सोने की राह पर चल पड़ी है।

    गत सात माह में इस धातु के दामाें में 14440 रुपये प्रतिकिलो की वृद्धि हुई है। अब इसकी कीमत एक लाख 15900 रुपये प्रतिकिलो ग्राम तक रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं।

    गत जनवरी में सिल्वर के 90500 रुपये प्रतिकिलोग्राम के थे भाव

    बिछुआ किसी भी सुहागिन के सुहाग के प्रतीक होते हैं। अधिकांश महिलाएं चांदी के ही बिछुआ व पाजेब पहनती हैं। मेहनत कश लोग व आर्थिक रूप से कमजोर लोग अपनी बेटी या बहू को चांदी के ये आभूषण अवश्य देते हैं। सोने की कीमत भी एक लाख रुपये से अधिक प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुकी हैं।

    इन कीमतों ने तो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर वर्ग की नींद ही उड़ा दी। सोने की चढ़ी कीमतों को देख इस वर्ग ने चांदी के आभूषणों की ओर रुख किया। अब चांदी की कीमतें भी पसीना छुडा रही हैं।

    बाजार में अब बिक रही है एक लाख 15900 रुपये प्रतिकिलो ग्राम

    गत एक जनवरी को चांदी की कीमत 90,500 रुपये प्रतिकिलो थीं। फरवरी में इस पर पांच हजार रुपये बढ़कर 95000 रुपये हो गईं। एक मार्च को इस पर तीन हजार रुपये प्रतिकिलो की वृद्धि हुई। यह एक लाख तीन हजार रुपये प्रतिकिलो बिकी।

    एक मई में इस पर पैसा घटे। बाजार में यह 98500 रुपये प्रतिकिलोग्राम बिकी। जून में यह लखपति हो गई। एक जुलाई तक आठ हजार रुपये प्रतिकिलोग्राम यह धातु महंगी हुई। 14 जुलाई तक इसकी कीमत एक लाख 15 हजार 900 रुपये प्रतिकिलोग्राम रहे।

    चांदी के भाव, माह, रुपये

    • जनवरी, 90500
    • फरवरी, 95000
    • मार्च, 98000
    • अप्रैल, 103000
    • मई, 98500
    • जून,100000
    • जुलाई, 108000
    • 14 जुलाई, 1015000
    • स्रोत : अलीगढ़ सराफा कमेटी

    नोट : चांदी के भाव रुपये प्रतिकिलो ग्राम, प्रतिमाह की एक तारीख के हैं।

    सोने के बाद अब चांदी के भाव भी अब शिखर पर पहुंच गए हैं। सोने की ज्वैलरी आम आदमी की पहुंच के बाहर पहले से ही हैं। अब चांदी के भाव भी सताने लगे हैं। यह अंतरराष्ट्रीय बाजार की तेजी है। - विजय अग्रवाल, अध्यक्ष, अलीगढ़ सराफा कमेटी

    चांदी के आभूषण सुहाग के प्रतीक होते हैं। अमीर हो या गरीब। हर माता-पिता अपनी बेटी को चांदी के बिछुआ,पाजेब उपहार स्वरूप देने की परंपरा निभाते हैं। भाव खा रही चांदी अब लोगों को डराने लगी है। - पल्लव सिंघल तिलकधारी, ज्वैलरी शोरूम संचालक, रामघाट रोड

    अपने सगे-संबंधियों की बेटी की शादी में बिछुआ से कन्यादान लेते हैं। अब इस उपहार पर महंगाई का ग्रहण है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर चांदी के बर्तनों में भोग लगाने के लिए खरीदारी की सोची। रेट बहुत हैं। - अनीता सिंह, ग्राहक